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SBI FD Rate Hike: फिक्स डिपॉजिट के लिए भारतीय स्टेट बैंक की नई ब्याज दरें 15 मई से लागू हो गई हैं। यह इंटरेस्ट रेट 2 करोड़ रुपए तक के सावधि जमा के लिए है।

SBI FD Rate Hike: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बुधवार को अपने फिक्स्ड डिपॉजिट यानी FD पर ब्याज दरों में बदलाव किया। एसबीआई ने एफडी दरों में 25-75 बीपीएस तक की बढ़ोतरी की है। सावधि जमा पर नई ब्याज दर आज (15 मई) से लागू हो गई हैं। बढ़ोतरी के मुताबिक, एसबीआई ने 46 से 179 दिन तक की FD की ब्याज दर को 4.75% से बढ़ाकर 5.50% कर दिया। वहीं, 180 दिन से 210 दिन तक के सावधि जमा पर अब 6.00 फीसदी ब्याज का लाभ मिलेगा।

सीनियर सिटीजन्स को 7.50% ब्याज का फायदा 

  • मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसबीआई ने 2 करोड़ तक के खुदरा जमा पर चुनिंदा अवधि के लिए फिक्स डिपॉजिट दर 25-75 बीपीएस तक बढ़ाई हैं। 10 साल तक की एफडी पर सीनियर सिटीजन्स को अब 7.50 फीसदी ब्याज का फायदा मिलेगा।
  • अब 211 दिन से 1 साल से कम अवधि के लिए एफडी करने पर 6.25% ब्याज मिलेगा, जो पहले 6 फीसदी था। इसके अलावा अन्य समय सीमा के लिए ब्याज दर पहले जैसी ही रहेंगी। बता दें कि बैंक ने इससे पहले पिछले साल 27 दिसंबर को एफडी रेट्स में बदलाव किया था।

FD से मिले ब्याज पर चुकाना पड़ता है टैक्स
बता दें कि आपको फिक्स्ड डिपॉजिट से होने वाली आय यानी ब्याज पर इनकम टैक्स भरना होता है। सालभर में FD पर मिला ब्याज सालाना आय का हिस्सा माना जाता है। इसके बाद कुल आय के आधार पर आपको टैक्स स्लैब के हिसाब से रिटर्न भरना होता है। इस इंटरेस्ट इनकम को "इनकम फ्रॉम अदर सोर्सेज" में रखा जाता है। ऐसे में यह टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स या TDS के तहत चार्ज की जाती है। इसीलिए जब बैंक ब्याज से हुई आय को आपके खाते में जमा करता है, तो उस पर TDS काट लेता है। आप एडवांस में एक फॉर्म देकर टीडीएस को कटने से रोक भी सकते हैं। 

क्या है एफडी रेट्स का नया स्लैब?

जमा अवधि नई ब्याज दर (प्रतिशत में)
7 दिन से 45 दिन 3.50%
46 दिन से 179 दिन 5.50%
180 दिन से 210 दिन 6.00%
211 दिन से 1 वर्ष से कम 6.25%
1 वर्ष से 2 वर्ष से कम 6.80%
2 वर्ष से 3 वर्ष से कम 7.00%
3 वर्ष से 5 वर्ष से कम 6.75%
5 वर्ष और 10 वर्ष तक 6.50%
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