Anil Ambani Sebi Ban: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने उद्योगपति अनिल अंबानी और रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (RHFL) के पूर्व अधिकारियों समेत 24 अन्य संस्थाओं को 5 साल के लिए शेयर बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है। यह कार्रवाई कंपनी से फंड के डायवर्जन के मामले में की गई। सेबी ने अनिल अंबानी पर 25 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया है और उन्हें 5 साल के लिए किसी भी लिस्टेड कंपनी में डायरेक्टर या मुख्य प्रबंधकीय अधिकारी (KMP) के रूप में काम करने से रोक दिया है।
SEBI bans Industrialist Anil Ambani, 24 other entities, including former officials of Reliance Home Finance from the securities market for 5 years for diversion of funds, imposes fine of Rs 25 cr on Anil Ambani pic.twitter.com/XYXk21pqz2
— ANI (@ANI) August 23, 2024
रिलायंस होम फाइनेंस भी 6 माह के लिए बैन
- सेबी के आदेश में RHFL को भी 6 महीने के लिए शेयर बाजार से प्रतिबंधित किया गया है और उस पर 6 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। प्रतिबंधित 24 संस्थाओं में RHFL के पूर्व मुख्य अधिकारी अमित बापना, रवींद्र सुधालकर और पिंकेश आर शाह भी शामिल हैं। इन अधिकारियों पर क्रमशः 27 करोड़, 26 करोड़, और 21 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया।
- अन्य प्रतिबंधित संस्थाओं में रिलायंस यूनिकॉर्न एंटरप्राइजेज, रिलायंस एक्सचेंज नेक्स्ट लिमिटेड, रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड, रिलायंस क्लीनजेन लिमिटेड, रिलायंस बिजनेस ब्रॉडकास्ट न्यूज़ होल्डिंग्स लिमिटेड और रिलायंस बिग एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं, जिन पर प्रत्येक पर 25 करोड़ रुपए का जुर्माना ठोका गया है।
जानिए सेबी के आदेश की बड़ी बातें
- SEBI के अनुसार, अनिल अंबानी ने RHFL के आला अधिकारियों की मदद से एक धोखाधड़ी योजना बनाई थी, जिसके तहत कंपनी से धनराशि को अवैध तरीके से डायवर्ट किया गया। इसके बावजूद कि RHFL के डायरेक्टर बोर्ड ने इन कृत्यों को रोकने के कड़े निर्देश दिए थे, प्रबंधन ने इन निर्देशों की अनदेखी की।
- आदेश में कहा गया है कि RHFL के प्रमोटर और मैनेजमेंट ने कुछ कंपनियों को सैकड़ों करोड़ रुपए लोन दिए, जबकि उन कंपनियों के पास न तो पर्याप्त संपत्ति थी, न ही कैश फ्लो, न नेटवर्थ या राजस्व। इन ऋणों के भुगतान में विफलता के कारण RHFL अपने कर्ज की जिम्मेदारियों का पालन नहीं कर सका, जिससे सार्वजनिक शेयरधारकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। RHFL में निवेश करने वाले 9 लाख से ज्यादा शेयरधारक अब भी बड़े नुकसान का सामना कर रहे हैं।
बता दें कि अनिल अंबानी भारत और एशिया से सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी के छोटे भाई हैं। उनके पिता धीरू भाई अंबानी देश के प्रतिष्ठित कारोबारी थे, जिन्होंने रिलायंस समूह की नींव रखी।