UP Nursing College Admission: उत्तर प्रदेश के निजी नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेजों में जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया गया है। अब से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की मेरिट के आधार पर नहीं, बल्कि प्रवेश परीक्षा के जरिए छात्रों को चयनित किया जाएगा। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है।
2025-26 से लागू होगी नई व्यवस्था
वर्ष 2025-26 से जीएनएम कोर्स में दाखिला पूरी तरह से प्रवेश परीक्षा के माध्यम से किया जाएगा। इस सत्र से पहले तक मेरिट आधारित प्रक्रिया अपनाई जाती थी। हालांकि, सत्र 2024-25 के लिए केंद्रीयकृत प्रवेश परीक्षा और अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन काउंसिलिंग की प्रक्रिया तय की गई थी।
17,845 सीटों पर होगा प्रतिस्पर्धी चयन
प्रदेश के 386 निजी नर्सिंग कॉलेजों में जीएनएम की लगभग 17,845 सीटें उपलब्ध हैं। पहले इन सीटों पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की मेरिट के आधार पर दाखिले होते थे। लेकिन अब प्रतिस्पर्धी परीक्षा की पारदर्शी प्रक्रिया लागू होगी, जिससे छात्रों को समान अवसर मिलेगा।
निजी कॉलेजों में बढ़ी चिंता
चिकित्सा विभाग के इस नए आदेश से निजी नर्सिंग कॉलेजों के प्रबंधकों में हलचल मच गई है। वे पहले भी इस बदलाव का विरोध कर चुके हैं। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि 2025-26 सत्र से केवल प्रवेश परीक्षा के जरिए ही दाखिला होगा।
छात्रों और कॉलेजों के लिए क्या बदलेगा?
यह बदलाव छात्रों के लिए अधिक प्रतिस्पर्धा और पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा। साथ ही, निजी कॉलेजों के लिए प्रवेश प्रक्रिया में नए मानक स्थापित होंगे।