Pankaj Udhas Top 5 Ghazal: मशहूर गजल गायक पंकज उधास (Pankaj Udhas) का आज 72 साल की उम्र में निधन हो गया। पंकज उधास की बेटी नायाब ने सोशल मीडिया पर अपने पिता के निधन की जानकारी दी।
आइए सुनते हैं उनकी 5 ऐसे गाने जिन्होंने हर दिल को बेहद सुकून पहुंचाया है। उनके ये गाने आज भी युवाओं के दिल के बेहद करीब हैं।
मैं शराबी नहीं(Chitthi Aayee Hai)
सब को मालूम है मैं शराबी नहीं
फिर भी कोई पिलाए तो मैं क्या करूँ
सिर्फ़ एक बार नज़रों से नज़रें मिलें
और क़सम टूट जाए तो मैं क्या करूँ
चिठ्टी आई है चिट्ठी आई है आई है,
चिट्ठी आई है चिट्ठी आई है
वतन से चिठ्ठी आई है बड़े दिनों के बात,
हम बे- वतनों को याद वतन की मिट्टी आई है
उपर मेरा नाम लिखा है अंदर ये पैगाम लिखा है
ओ परदेस को जाने वाले लौट के फिर ना आने वाले
थोड़ी थोड़ी पिया करो(Thodi Thodi Piya Karo)
ये इंतजार गलत है के शाम हो जाये
जो हो सके तो अभी दौर- ए- जाम हो जाये
मुझ जैसे रिंद को भी तूने हश्र मे या रब बुला लीया है तो,
कुछ इंतजाम हो जाये हुई महँगी बहुत ही शराब,
के थोड़ी- थोड़ी पिया करो पियो
लेकिन रखो हिसाब, के थोड़ी- थोड़ी पिया करो
के थोड़ी- थोड़ी पिया करो- 2
चाँदी जैसा रंग है तेरा(Chandi Jaisa Rang)
चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल
एक तूही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल-2
मयखाने से शराब से(Maikhane Se Sharab Se)
मयखाने से शराब से साकी से जाम से
मयखाने से शराब से साकी से जाम से
अपनी तो ज़िन्दगी शुरू होती है शाम से
मयखाने से शराब से साकी से जाम से
मयखाने से शराब से साकी से जाम से
आ मेरा हाथ थाम बहुत हो गया नशा
हो आ मेरा हाथ थाम बहुत हो गया नशा
एक तरफ़ उसका घर(Ek Taraf Uska Ghar)
ऐ गम-ए-ज़िंदगी
कुछ तो दे मशवरा
ऐ गम-ए-ज़िंदगी
कुछ तो दे मशवरा
एक तरफ़ उसका घर
एक तरफ़ मयकदा
एक तरफ़ उसका घर
एक तरफ़ मयकदा
मैं कहाँ जाऊँ होता नहीं फ़ैसला
मैं कहाँ जाऊँ होता नहीं फ़ैसला
चिट्ठी आई है' गीत से मिली पहचान
पंकज उधास के गजलों को देश के साथ ही विदेश में भी काफी पसंद किया जाता था। संजय दत्त की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'नाम' के 'चिट्ठी आई है' गीत से उन्हें पूरी दुनिया में पहचान मिली थी।