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ज्ञान चतुर्वेदी के उपन्यास नरक यात्रा पर मुंबई के एप्लाज प्रोडक्शन हाउस ने जहां वेबसीरीज बनाने के अधिकार लिए हैं, वहीं उनकी लिखी फिल्म ‘जयप्रकाश की प्रतिभा’ का पोस्ट प्रोडक्शन वर्क पूरा हो चुका है। फिल्म अब रिलीज होने के लिए तैयार है।

मधुरिमा राजपाल, भोपाल। राजधानी निवासी व्यंग्य लेखक ज्ञान चतुर्वेदी केवल चर्चित पुस्तकें ही नहीं लिखते बल्कि अब वो फिल्म और धारावाहिक लेखन का भी कार्य कर रहे हैं। पद्मश्री डॉ ज्ञान चतुवेर्दी के उपन्यास पागलखाना को साल 2022 में व्यास सम्मान से सम्मानित भी किया गया, इसके साथ ही उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, जो पाठकों द्वारा बेहद पसंद की जा रही हैं। इन्में से कई पुस्तकों पर फिल्में भी बनाई जा रही है। जिसमें उनके द्वारा लिखित उपन्यास नरक यात्रा के अधिकार एप्लाज प्रोडक्शन हाउस ने खरीद लिए हैं।

अधेड़ दंपती की प्रेम कहानी ‘जयप्रकाश की प्रतिभा’ 
ज्ञान चतुर्वेदी के उपन्यास नरक यात्रा पर मुंबई के एप्लाज प्रोडक्शन हाउस ने जहां वेबसीरीज बनाने के अधिकार लिए हैं, वहीं उनकी लिखी फिल्म ‘जयप्रकाश की प्रतिभा’ का पोस्ट प्रोडक्शन वर्क पूरा हो चुका है। फिल्म अब रिलीज होने के लिए तैयार है। उत्तर प्रदेश पर आधारित यह फिल्म एक अधेड़ दंपती की प्रेम कहानी है, जिसकी शूटिंग इलाहाबाद में हुई है। 

राजेश तैलंग, सीमा पाहवा, साक्षी तंवर प्रमुख भूमिकाओं में
अरविंद बब्बल द्वारा निर्देशित फिल्म में राजेश तैलंग, गजराज राव, सीमा पाहवा, साक्षी तंवर प्रमुख भूमिकाओं में हैं। यह जल्द सिनेमाघरों में रिलीज होगी। पद्मश्री डा ज्ञान चतुवेर्दी ने बताया कि काल्पनिक कहानी का सुझाव अरविंद बब्बल का था, जिसके आधार पर मैंने किरदार तैयार कर पटकथा और संवाद लिखे हैं। बैकग्राउंड म्यूजिक इंडियन ओशन बैंड ने दिया है। फिल्म को इसी साल सिनेमाघरों में रिलीज करने के लिए बातचीत चल रही है। उन्होंने बताया कि मध्यम वर्गीय परिवार को जोड़ती यह फिल्म सार्थक मनोरंजन देने वाली है, जिसे सभी को देखना चाहिए। 

उपन्यास में बयां की है अस्पतालों की नरक यात्रा
डा. ज्ञान चतुर्वेदी के उपन्यास नरक यात्रा पर अब वेबसीरीज बनेगी। यह उपन्यास डा. चतुर्वेदी ने अपने चिकित्सकीय अनुभवों के आधार पर अस्पतालों में मरीजों द्वारा भोगी जाने वाली यातना को लेकर लिखा है। अस्पताल में जाने, महंगा उपचार करवाने और अंतत: मृत्यु को प्राप्त होने की कहानी को नरक यात्रा करार देने वाला यह उपन्यास बहुचर्चित रहा है। इसे देश के कई प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कार भी मिले हैं। इसकी लोकप्रियता और इसमें वर्णित कहानी में लोगों को कनेक्ट करने की संभावना को देखते हुए इस पर वेबसीरीज बनाई जा रही है। मुंबई के एप्लाज प्रोडक्शन हाउस ने इसके लिए अधिकार खरीदे हैं। दस- दस एपिसोड की दो सीरीज बनाने की योजना है। शूटिंग दो माह बाद शुरू होगी। डा ज्ञान चतुवेर्दी ने बताया कि कुछ दिन पूर्व अनुबंध के बाद साइनिंग अमाउंट का भुगतान हो चुका है।

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