Logo
वैसे तो किसी भी महिला को कोई भी बीमारी हो सकती है। लेकिन 5 ऐसी डिजीज हैं, जो उनमें सबसे ज्यादा होती हैं। इनके बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए। 

women Health Tips: हम किसी भी देश-समाज की बात करें, पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की सेहत ज्यादा खराब होती है तो इसका एक बड़ा कारण खुद महिलाएं ही होती हैं। दरअसल, वे परिवार के बाकी सदस्यों की स्वास्थ्य संबंधी चिंता खूब करती हैं, लेकिन खुद की हेल्थ का ध्यान नहीं रखतीं। जिन बीमारियों से वे सबसे ज्यादा ग्रसित होती हैं, उनमें एनीमिया, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, वैजिनाइटिस और मोटापा शामिल हैं। इनके बारे में जानकर आप इनसे अपना बचाव या उपचार करवा सकती हैं।

एनीमिया: एनीमिया शरीर में खून न बनने और शरीर में खून बहुत कम होने की बीमारी का नाम है। यह आमतौर पर आयरन की कमी से होती है और दुनिया की दो तिहाई औरतें इससे पीड़ित हैं। आयरन एक जरूरी मिनरल है, जो शरीर में लाल रक्त कणिकाएं बनाता है। लेकिन जब शरीर को पर्याप्त आयरन नहीं मिलता तो शरीर में लाल रक्त कणिकाओं की कमी हो जाती है और व्यक्ति एनीमिया का शिकार हो जाता है। अपने खान-पान का ध्यान रखने और कमजोरी, थकान जैसे लक्षण महसूस होने या नींद ना आने जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह से आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी-12 के सप्लीमेंट्स लेने से इस समस्या का उपचार किया जा सकता है।

ब्रेस्ट कैंसर: विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक साल 2020 में 20 लाख से अधिक महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की समस्या डायग्नोज हुई थी और इनमें से 6,75,000 महिलाओं की मौत हो गई थी। एक तरफ जहां दुनिया के ज्यादातर देशों में कई बीमारियों पर नियंत्रण पा लिया गया है, वहीं पिछले तीन दशकों में स्तन कैंसर की समस्या ने किसी तरह की कमी देखने को नहीं मिल रही है। भारत में भी 1965 से 1985 के बीच 50 फीसदी कैंसर मरीजों की वृद्धि हुई।

साल 2020 के ग्लोबोकैन डेटा के मुताबिक देश में जितने भी प्रकार के कैंसर हैं उनमें अकेले 13.5 फीसदी केस स्तन कैंसर के हैं और कैंसर से मरने वाले कुल मरीजों में 10.6 फीसदी स्तन कैंसर से होने वाली मौते हैं। महिलाएं स्तन कैंसर से इसलिए सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं, क्योंकि वो कई तरह की शारीरिक अनियमितताओं से घिरी रहती हैं और वे लापरवाही भी बरतती हैं। ब्रेस्ट कैंसर से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है कि महिलाएं रेग्युलर चेकअप करवाती रहें और जरा भी संदेह होने पर उसका ट्रीटमेंट शुरू कर दिया जाए। 

सर्वाइकल कैंसर: ब्रेस्ट कैंसर के बाद यह दूसरा सबसे खतरनाक कैंसर है, इसकी भी महिलाएं ज्यादा शिकार होती हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल दुनिया में 1,30,000 से ज्यादा महिलाएं सर्वाइकल कैंसर के कारण दम तोड़ देती हैं और अगर इस कैंसर से दुनिया में मरने वाली महिलाओं की संख्या देखी जाए तो यह सबसे ज्यादा भारतीय महिलाओं की है। साल 2020 में 74000 महिलाओं ने सर्वाइकल कैंसर के चलते दम तोड़ा था। हालांकि यह अकेला ऐसा कैंसर है, जो सबसे धीमी रफ्तार से फैलता है। 

सर्वाइकल कैंसर के फैलने में 15 से 20 साल का समय लगता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि महिलाएं इसके लक्षणों पर ध्यान ही नहीं देती हैं। इसके मुख्य लक्षण हैं सेक्स के दौरान दर्द, उसके बाद ब्लीडिंग, पीरियड्स के बाद अकसर ब्लीडिंग होना, मेनोपॉज के बाद भी ब्लीडिंग होना। इसके अलावा रह-रहकर पैरों में सूजन और अकसर बदबूदार वेजाइनल डिस्चार्ज होना भी इसका लक्षण हो सकता है। ऐसे लक्षण दिखते ही डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।

वेजिनाइटिस: जब लगातर वेजाइना में खुजली हो, खुजलाने के बाद वह बिल्कुल लाल हो जाए और जबरदस्त जलन का एहसास हो, रह-रह कर हरे या पीले रंग का वेजाइनल डिसचार्ज हो, डिसचार्ज से बहुत बदबू आए तो यह वेजिनाइटिस की समस्या हो सकती है। यह आमतौर पर बैक्टीरिया संक्रमण से होती है। हाईजीन का ध्यान ना रखने पर यह रोग होता है। यह कॉमन रोग है लेकिन इसके उपचार में देरी नहीं करनी चाहिए। 

मोटापा: मोटापे की समस्या से महिलाएं, पुरुषों से कहीं ज्यादा पीड़ित हैं। महिलाओं के मोटापे की समस्या से पीड़ित होने की सबसे बड़ी वजह यह है कि वे नियमित व्यायाम नहीं करतीं। साथ ही उनकी लाइफस्टाइल भी काफी अनियमित होती है। काफी महिलाएं थाइरॉयड से पीड़ित होती हैं और एंग्जाइटी भी एक बड़ी समस्या है। ये दोनों समस्याएं मिलकर मोटापे को ट्रिगर करती हैं। मोटापा इसलिए खतरनाक है, क्योंकि यह अनेक बीमारियों का रिस्क बढ़ा देता है। इससे हृदय संबंधी बीमारियां, डायबिटीज, पीरियड्स का गड़बड़ा जाना जैसी समस्याएं होती हैं। इसलिए महिलाओं को अपना बॉडी वेट कंट्रोल करने के लिए सभी उपाय करने चाहिए।

हेल्थ एडवाइस- रेखा देशराज

5379487