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'राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो' की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 की तुलना में 2022 में दिल के दौरे से होने वाली मौतों की संख्या में 12.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

Heart Attack Case: हार्ट अटैक यानि की दिल का दौरा, ह्रदय में रक्त के प्रवाह में कमी या रुक जाने के कारण होता है। 'राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो' (NCRB) की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 की तुलना में 2022 में दिल के दौरे से होने वाली मौतों की संख्या में 12.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 2022 में 32,457 से ज्यादा मौतें दर्ज की गई है। साल 2022 में अचानक होने वाली मौतों की संख्या हैरान करने वाली है।

हार्ट अटैक आमतौर पर ह्रदय की धमनियों में वसा, कोलेस्ट्राल और अन्य पदार्थों के कारण होते देखा गया है। NCRB की रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है, कि कोविड-19 के बाद से हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ी है। कई रिसर्च में पाया गया है कि कोरोना वायरस की वजह से हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या काफी बढ़ी है।

जब वसा और कोलेस्ट्राल बढ़ जाता है, तो यह शरीर के अंदर जमा होने लगता है। इस जमाव को प्लाक कहा जाता है। प्लाक कभी- कभी फट भी जाता है, जो थक्का बनकर रक्त के प्रवाह को अवरुध्द कर देता है, जिसके कारण ह्रदय की मांसपेशियों के हिस्से को नुकसान पहुंचता है या नष्ट भी कर सकता है। 

लक्षण
दिल के दौरे के लक्षण अलग-अलग होते हैं। कुछ में हल्के लक्षण दिखाई पड़ते हैं। कुछ में गंभीर लक्षण होते हैं। कुछ लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। 

 दिल के दौरे के सामान्य लक्षण
1.सीने में दर्द जो दबाव, जकड़न, दर्द, निचोड़ने या दर्द जैसा महसूस करना, दर्द या बेचैनी जो कंधे, बांह, पीठ, गर्दन, जबड़े, दांत या कभी-कभी ऊपरी पेट तक फैल सकती है।
2. पसीना आना
3. थकान महसूस होना
4. सीने में जलन या अपच
5. चक्कर आना या अचानक चक्कर आना
6. जी मिचलाना
7. सांस लेने में कठिनाई होना

बिल्कुल ना करें ये काम
अत्यधिक शराब पीना
हाई सोडियम डाइट
एक्सरसाइज की कमी
धूम्रपान, ज्यादा एक्टिव न रहना आदि। 
हाई हीमोग्लोबिन का स्तर भी दिल के खतरे को बढ़ा सकता है। 

ऐसे करें रोकथाम
1. स्वस्थ जीवन शैली का पालन करें।
2. धूम्रपान और मदिरापान का सेवन बिल्कुल ना करें।
3. हृदय-स्वस्थ आहार के साथ स्वस्थ वजन बनाए रखें। नियमित व्यायाम करें और तनाव का प्रबंधन करें।
4. उच्च रक्तचाप और मधुमेह, दिल के दौरे के खतरे को बढ़ा सकती हैं। ऐसे में डाक्टर की मदद से हमेशा समय-समय पर जांच कराना चाहिए।
5. हृदय स्वास्थ्य की सुरक्षा और सुधार के लिए डाक्टर के निर्देशानुसार समय-समय पर दवाएँ लेते रहें। 
6. सीपीआर (व्यक्ति की छाती पर जोर से और तेजी से दबाव डालें - एक मिनट में लगभग 100 से 120 दबाव) को ठीक से सीखना भी एक अच्छा विचार है, ताकि आप दिल का दौरा पड़ने वाले किसी व्यक्ति की मदद कर सकें। 

डिस्क्लेमरयहां दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। कोई भी उपाय, टिप्स या उपचार संबंधी चीजों को अपनाने से पहले विषय विशेषज्ञ की सलाह जरूरी है। हरिभूमि इसके लिए उत्तरदायी नही होगा।

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