Rajasthan SI Recruitment Exam: राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा-2021 (SI Recruitment Exam 2021) रद्द करने की मांग के चलते हालात गरमा गए हैं। 5 दिसंबर को प्रस्तावित विशाल प्रदर्शन से पहले, महेश नगर थाना पुलिस ने देर रात प्रदर्शनकारी छात्रों विकास बिधूड़ी और मंजू के घर दबिश दी।
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद मामला और गर्मा गया जब कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस को जमकर फटकार लगाई और इसे "छात्रों को डराने की कोशिश" बताया।
और भी पढ़ें:- Rajasthan SI Bharti: एसओजी ने पेपर पूरी तरह माना आउट; रद्द हो सकती है परीक्षा, 55 SI रडार में
पुलिस कार्रवाई पर मंत्री का गुस्सा
महेश नगर थाने की सीआई कविता ने मंजू को बातचीत के लिए थाने लाने की बात कही। इस पर मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने सवाल उठाया, "रात 11 बजे एक अकेली लड़की को क्यों थाने लाया गया?"। काफी देर तक चले इस ड्रामे के बाद मंजू को उनके घर भेजा गया।
SI भर्ती परीक्षा 2021 रद्द कराने के लिए आंदोलन कर रहे छात्रों को पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है!
— Team Kirodilal Meena (@teamdrkirodilal) December 3, 2024
अगर पुलिस आपको घर/PG/रूम पर नजरबंद करती है या गिरफ्तार करती है तो आप डॉ किरोड़ीलाल मीणा जी को सूचित करें! pic.twitter.com/CFnf3Zshqs
वहीं, विकास बिधूड़ी के घर से भी पुलिस को हटने का निर्देश दिया गया। मंत्री ने जयपुर पुलिस कमिश्नर और डीसीपी साउथ से बात कर इस कार्रवाई की निंदा की।
छात्रों का आरोप: आंदोलन कुचलने की साजिश
प्रदर्शनकारी छात्रों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने यह कार्रवाई उनके आंदोलन को दबाने के लिए की। छात्र विकास बिधूड़ी ने कहा कि पुलिस ने बिना कारण उनके घर पर दबिश दी और परिवार को परेशान किया।
और भी पढ़ें:- SI पेपर लीक मामले में SOG का एक्शन: 4 आरोपी गिरफ्तार, अब तक 44 ट्रेनी एसआई पकड़ाए
इससे पहले भी एसआई भर्ती परीक्षा रद्द कराने की मांग पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ था। उस समय भी मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने हस्तक्षेप किया था।
इंटेलिजेंस रिपोर्ट पर सवाल
मीडिया से बात करते हुए मंत्री मीणा ने राजस्थान की इंटेलिजेंस पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "इंटेलिजेंस की रिपोर्ट गलत है। छात्रों को बेवजह परेशान किया जा रहा है।" उन्होंने दोहराया कि एसआई भर्ती परीक्षा रद्द होनी चाहिए और 5 दिसंबर का प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा।
सोशल मीडिया पर गुस्से का इजहार
देर रात हुई इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर युवाओं ने अपना गुस्सा जाहिर किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने पुलिस की इस कार्रवाई को अन्याय बताया। छात्रों का कहना है कि उनके आंदोलन को कुचलने के लिए पुलिस दबाव बना रही है, लेकिन वे पीछे नहीं हटेंगे।