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Spinal Cord Yogasana: हेल्दी लाइफ जीने के लिए मेरूदण्ड यानी रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाए रखना बेहद जरूरी है। कुछ योगासन का नियमित अभ्यास इसमें आपकी मदद कर सकता है।

Spinal Cord Yogasana: रीढ़ की हड्डी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो पूरे शरीर को सहारा देता है। योगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने और लचीला बनाने में बेहद प्रभावी होते हैं। आप अगर जीवनभर खुद को फिट रखना चाहते हैं तो रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाए रखना जरूरी है। स्पाइनल कॉर्ड के स्ट्रॉन्ग होने से पूरे शरीर के संचालन को सही ढंग से किया जा सकता है। 

सामान्य कसरत के अलावा कुछ योगासनों का नियमित अभ्यास रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है। किसी योग्य प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में किया गया योगासन का अभ्यास आपको हैरान करने वाले लाभ दिला सकता है। 

रीढ़ की हड्डी मजबूत बनाने वाले 5 योगासन

भुजंगासन (कोबरा पोज)
कैसे करें: पेट के बल लेट जाएं, हथेलियों को कंधों के नीचे रखें। धीरे-धीरे अपनी छाती को ऊपर उठाएं, गर्दन को पीछे की ओर झुकाएं।
फायदे: रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है, कंधों और पीठ के निचले हिस्से को मजबूत करता है।

अधोमुखश्वानासन (डॉग पोज)
कैसे करें: घुटनों और हाथों के बल खड़े हो जाएं, कूल्हों को ऊपर उठाएं, एड़ियों को जमीन पर रखें। सिर को नीचे झुकाएं।
फायदे: रीढ़ की हड्डी को खींचता है, पैरों और हाथों को मजबूत बनाता है।

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त्रिकोणासन (ट्राइएंगल पोज)
कैसे करें: पैरों को कूल्हों की चौड़ाई पर खोलकर खड़े हो जाएं, दाहिने पैर को बाहर की ओर मोड़ें। दाहिने हाथ को जमीन पर रखें और बाएं हाथ को ऊपर की ओर उठाएं।
फायदे: रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है, कूल्हों और पैरों को मजबूत करता है।

वृक्षासन (ट्री पोज)
कैसे करें: एक पैर पर खड़े हो जाएं और दूसरे पैर को घुटने को मोड़कर जांघ पर रखें। हाथों को ऊपर की ओर जोड़ें।
फायदे: संतुलन और एकाग्रता बढ़ाता है, रीढ़ की हड्डी को सीधा रखता है।

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धनुरासन (बो पोज)
कैसे करें: पेट के बल लेट जाएं, घुटनों को मोड़ें और पैरों को ऊपर उठाकर हाथों से पकड़ें। छाती को ऊपर उठाएं।
फायदे: रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है, पेट के अंगों को मजबूत करता है।

ध्यान रखें

  • किसी भी नए योगासन को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
  • योगासन करते समय धीरे-धीरे आगे बढ़ें और अपनी सीमा से अधिक न जाएं।
  • अगर आपको कोई दर्द हो रहा है तो तुरंत योगासन करना बंद कर दें।
  • योगासन करते समय एक योग शिक्षक का मार्गदर्शन लेना सबसे अच्छा होता है।

(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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