Black Sesame Benefits: हिंदू धर्म में काले तिल का विशेष महत्व होता है और इसका धार्मिक कार्यों में उपयोग किया जाता है। पोषण के लिहाज से भी काले तिल बेहद गुणकारी होते हैं। इनका सेवन शरीर को बहुत फायदा पहुंचाता है। काले तिल में कैल्शियम, प्रोटीन, वविटामिन, फाइबर, फैटी एसिड समेत ढेरों हेल्दी कंपाउंड पाए जाते हैं। रोजाना एक चम्मच काले तिल भी अगर खाए जाएं तो बुढ़ापे तक कई बीमारियों को ये पास फटकने नहीं देंगे। हड्डियों को मजबूती देने में भी काले तिल काफी असरदार होते हैं।
काले तिल के फायदे
सर्दियों के मौसम में तिल से बनी चीजों को खूब खाया जाता है। सफेद तिल की तरह ही काले तिल भी सर्दियों में इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम करते हैं। ओनलीमायहेल्थ के मुताबिक काले तिल डाइजेशन सुधारने के साथ ही हार्ट को हेल्दी बनाने का काम भी करते हैं। आइए जानते हैं इन्हें खाने के फायदे..
हार्ट हेल्थ - काले तिल में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसमें मौजूद आयरन, जिंक, मैग्नीशियम, एंटी-ऑक्सीडेंट्स हार्ट हेल्थ को दुरुस्त रखने के काम आते हैं। काले तिल खाने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार आता है और ये कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करते हैं, जिससे दिल की सेहत में सुधार देखने को मिलता है।
डाइजेशन - आप अगर कमजोर पाचन से जूझ रहे हैं तो सर्दियों में काले तिल खाना आपको लाभ पहुंचा सकता है। काले तिल फाइबर रिच होते हैं जो कि गट हेल्थ को सुधारने का काम करते हैं। इन्हें खाने से कब्ज की शिकायत दूर होती है और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है।
हड्डियां - बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां कमजोर होना आम समस्या है। अगर काले तिल को रेगुलर डाइट में शामिल किया जाए तो बुढ़ापे तक आपकी हड्डियां दुरुस्त बनी रह सकती हैं। काले तिल में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो कि हड्डियों को मजबूती देने का काम करता है। इन्हें खाने से जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता है। गठिया की समस्या में काले तिल फायदेमंद होते हैं।
इम्यूनिटी बूस्टर - सर्दियों के मौसम में काले तिल इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम करते हैं। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इससे मौसमी बीमारियों और संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।