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Home Remedies: कई बच्चे 10 साल तक की उम्र में भी रात में सोने के दौरान बिस्तर में पेशाब कर देते हैं। कुछ घरेलू नुस्खे इस परेशानी में राहत दिला सकते हैं।

Home Remedies: छोटे बच्चे अक्सर नींद में पेशाब कर देते हैं। जैसे-जैसे बच्चों की उम्र बढ़ने लगती है ये आदत खत्म होती जाती है। आमतौर पर 7 साल की उम्र तक ज्यादातर बच्चों की नींद में यूरिन की आदत छूट जाती है। हालांकि कुछ बच्चे 8-10 साल की उम्र में भी नींद में बिस्तर गीला कर देते हैं। इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं। इसमें यूरिन इंफेक्शन, शाम को ज्यादा पानी पी लेना या ज्यादा मीठा खाना भी हो सकता है। 

आपका बच्चा अगर बार-बार बिस्तर में यूरिन कर देता है तो इसके लिए डॉक्टर से सलाह ली जा सकती है। कुछ घरेलू उपाय भी बच्चों से जुड़ी इस समस्या में राहत दिला सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में। 

4 घरेलू उपाए हो सकते हैं कारगर

मुनक्का खिलाएं - बच्चों की यूरिन आने की समस्या में मुनक्का फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए मुनक्का लें और उसके बीज निकालकर रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें। अगले दिन बच्चे को भीगे हुए मुनक्का खाने को दें। इससे बच्चे का ब्लैडर स्ट्रॉन्ग बनेगा और रात में बिस्तर में पेशाब करने की आदत में कमी आएगी। 

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जैतून तेल की मालिश - ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन ए से भरपूर जैतून का तेल हल्का सा गुनगुना करें। इसे बच्चे के पेट के निचले भाग लगाकर हल्के हाथों से मालिश करें। कुछ दिनों में ऐसा करने से फर्क दिखने लगेगा। 

आंवला, संतरा खिलाएं - कई बार इम्यून सिस्टम कमजोर होने की वजह से भी बच्चे रात में सोने के दौरान बिस्तर में यूरिन कर सकते हैं। ऐसे में बच्चों को इम्यूनिटी बढ़ाने वाली चीजें जैसें आंवला, संतरा आदि खिलाएं। इनमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है जो कि इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम करता है। 

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दालीचीनी - सामान्यतौर पर बच्चे के बिस्तर में पेशाब करने की आदत कोई बड़ी बीमारी नहीं होती है। बच्चे को दालचीनी खिलाना इस परेशानी को कम करने में मददगार हो सकता है। बच्चे को दालचीनी का एक टुकड़ा दिन में चबाने को दे सकते हैं। बच्चा छोटा हो तो दालचीनी का पाउडर शहद के साथ चटाया जा सकता है। 

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

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