Health Tips : बढ़ते प्रदूषण के कारण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। खासकर वायु प्रदूषण, जो हमारी सांसों के साथ शरीर में प्रवेश करता और बहुत सी बीमारियों को जन्म देता है। सर्दी, खांसी, अस्थमा, और एलर्जी जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में आयुर्वेदिक काढ़े प्रदूषण से बचाव में मदद कर सकते हैं और शरीर को अंदर से मजबूत बना सकते हैं।
अदरक, तुलसी और शहद का काढ़ा
अदरक, तुलसी और शहद का काढ़ा एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक उपाय है जो श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखता है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो प्रदूषण से होने वाले सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं।
- 1 छोटा टुकड़ा अदरक
- 5-6 तुलसी के पत्ते
- 1 चम्मच शहद
- 1 कप पानी
पानी उबालते समय अदरक और तुलसी के पत्तों को डालकर 5-10 मिनट तक उबालें। फिर शहद मिलाकर दिन में दो बार इस काढ़े का सेवन करें। यह काढ़ा शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और प्रदूषण के प्रभाव से बचाता है।
हर्बल काढ़ा (सौंफ, सोंठ, हल्दी और काली मिर्च)
हर्बल काढ़ा प्रदूषण से होने वाली समस्याओं जैसे खांसी, जुकाम और गले में खराश को दूर करने में मदद करता है। सौंफ, सोंठ, हल्दी और काली मिर्च सभी प्राकृतिक औषधियां हैं जो शरीर के अंदर से विषाक्त पदार्थों को निकालने और रोग प्रतिकारक क्षमता को मजबूत करने में सहायक होती हैं।
- 1 चम्मच सौंफ
- 1 चम्मच सोंठ (सूखी अदरक)
- 1/4 चम्मच हल्दी
- 1/4 चम्मच काली मिर्च
- 1 कप पानी
सभी सामग्रियों को पानी में डालकर 10 मिनट तक उबालें। फिर इसे छानकर दिन में एक बार सेवन करें। यह काढ़ा श्वसन तंत्र को साफ करता है और प्रदूषण के कारण होने वाली शारीरिक समस्याओं से बचाता है।
तुलसी, अदरक और नींबू का काढ़ा
तुलसी, अदरक और नींबू का काढ़ा प्रदूषण के प्रभाव से लड़ने के लिए बेहद प्रभावी है। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करते हैं, जबकि अदरक सूजन को कम करता है और गले की समस्याओं को दूर करता है। नींबू में विटामिन C होता है, जो शरीर की प्रतिरक्षा को मजबूत करता है।
- 5-6 तुलसी के पत्ते
- 1 छोटा टुकड़ा अदरक
- 1 नींबू का रस
- 1 कप पानी
पानी में तुलसी और अदरक डालकर उबालें। उबालने के बाद इसे छानकर नींबू का रस मिलाएं। यह काढ़ा दिन में एक या दो बार पिएं। यह काढ़ा शरीर को डिटॉक्स करता है और प्रदूषण से बचाता है।
प्रदूषण से बचने के लिए दिए गए काढ़े आयुर्वेदिक उपायों पर आधारित हैं, जो शरीर को प्राकृतिक रूप से लाभ पहुंचाने में सहायक हो सकते हैं। लेकिन अगर आप किसी विशेष स्वास्थ्य समस्या से ग्रस्त हैं, तो चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।