Holi 2024: होली का त्यौहार रंगों की मस्ती और स्वादिष्ट मिष्ठानों का पर्व है। इस फेस्टिवल सेलिब्रेशन के लिए ज्यादातर घरों में पहले से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं। नमकीन से लेकर मिठाइयों तक तैयार किए जाते हैं। मावे से बनी मिठाइयां और डिशेस इस दौरान खास तौर पर बनाए जात हैं। ज्यादातर लोग मिठाइयां बनाने के लिए मावा बाजार से खरीदकर लाते हैं। बढ़ती डिमांड के चलते कई बार मार्केट में मिलावटी मावा भी बिकता है, जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
घर में अगर मिलावटी मावा आ जाए तो ये न सिर्फ मिठाई का स्वाद खराब कर सकता है, बल्कि सेहत को भी नुकासन पहुंचाता है। कुछ आसान तरीकों से पहचान की जा सकती है कि मावा असली है या नहीं।
असली मावा की पहचान के तरीके
खुशबू - मावा असली है या नहीं, इसकी पहचान उसकी खुशबू से भी होती है। मावा अगर असली है तो उससे दूध की सौंधी महक आती है, जबकि मावा अगल नकली है या मिलावटी है तो उससे या तो बहुत कम खुशबू आती है या फिर वो पूरी तरह से स्मैल फ्री रहता है।
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रगड़कर पहचानें - असली मावे की पहचान के लिए मावा हथेली पर रगड़कर भी चेक किया जा सकता है। मावा हथेली पर रगड़ने पर अगर उसमें से घी निकलता है तो मावा असली है, लेकिन अगर मावा रगड़ने पर रबर की तरह होने लगता है तो नकली है।
स्वाद से पहचान करें - आप अगर देखकर असली मावा नहीं पहचान पा रहे हैं तो इसे टेस्ट करें। इससे भी मावे की शुद्धता पता चल सकती है। असली मावा स्वाद में हल्का मीठापन लिए होता है, जबकि नकली मावा टेस्ट लैस होता है। कई बार इसका स्वाद कड़वा सा भी महसूस हो सकता है। नकली मावे में सर्फ या साबुन जैसा स्वाद भी फील हो सकता है।
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आयोडीन टिंचर से पहचानें - मावे में मिलावट है या नहीं इसे पता करने के लिए आयोडीन टिंचर का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए थोड़ा सा मावा लें और उस पर आयोडीन टिंचर की 2 बूंदें डालें। अगर मावे का रंग काला हो जाए तो समझ लें कि ये मिलावटी है, लेकिन अगर रंग केसरिया हो तो मावा शुद्ध है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)