खांसी एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो कभी भी हो सकती है, खासकर बदलते मौसम के दौरान इस तरह की दिक्कत ज्यादा होने लगती है। हालांकि खांसी स्वाभाविक रूप से कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन यह असुविधाजनक हो सकती है। ऐसे में घरेलू उपचारों का सहारा लिया जा सकता है, जो खांसी को कम करने में सहायक होगी।
शहद और अदरक का सेवन
- शहद और अदरक का मिश्रण खांसी के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक माना जाता है।
- ताजा अदरक को कद्दूकस करके उसका रस निकालें।
- उसमें एक चम्मच शहद मिलाएं और दिन में 2-3 बार इसका सेवन करें। इससे सूखी और बलगम वाली खांसी में राहत मिलेगी।
हल्दी और दूध
- हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं। हल्दी वाला दूध खांसी के लिए एक पुराना और प्रभावी उपाय है।
- एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं।
- इसे रात में सोने से पहले पिएं। इससे गले की खराश में राहत मिलेगी और खांसी भी कम होगी।
तुलसी और शहद की चाय
- तुलसी को भारतीय चिकित्सा में एक प्रभावी औषधि के रूप में जाना जाता है। तुलसी के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं जो संक्रमण को ठीक करने में मदद करते हैं।
- 5-6 तुलसी के पत्तों को पानी में उबालें।
- इसमें थोड़ा सा अदरक और शहद मिलाकर दिन में 2-3 बार पिएं। यह उपाय खांसी और गले की खराश में काफी राहत देगा।
भाप लेना
- भाप लेना भी खांसी और जुकाम में बहुत फायदेमंद होता है। इससे गले और नाक की सूजन कम होती है, और बंद नाक और छाती में जमा बलगम ढीला होकर बाहर निकलता है।
- एक बड़े बर्तन में पानी गर्म करें।
- तौलिये से सिर को ढककर भाप लें। यह उपाय गले की सूजन और बलगम वाली खांसी में कारगर है।