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Monsoon Best Place in MP: अगर आप भी मानसून के समय अपने आसपास की जगहों में घूमने का मन बना रहे है, तो हम आपको बताएंगे, आपके आसपास कुछ खास जगहों के बारे में जहां केवल मानसून के समय ही खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है।

Monsoon Best Place in MP: अगर आप भी मानसून के समय अपने आसपास की जगहों में बारिश के समय घूमने का मन बना रहे है, तो हम आपको बताएंगे, आपके आसपास कुछ खास जगहों के बारे में जहां केवल मानसून के समय ही खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। वैसे भी मध्यप्रदेश को नदियों का मायका कहा जाता है, यहां एक से बढ़कर एक सुंदर हिल स्टेशन, नदियां व वाटरफॉल मौजूद है, यहां मानसून के समय नदियां व झीलों पर हरियाली की चादर ओढ़े हुए अद्भुत नजारा देखने को मिलता है, प्रदेश में सबसे ऊंचे वाटरफॉल की बात करे या मिनी कश्मीर की कुदरत ने यहां सभी मौसम पर प्रकृति को सुंदर सुसज्जित रूप दिया है, जिसे देखकर मंत्रमुग्ध हो जाता है। जिससे यहां आए दिन लोगों की भीड़ बनी रहती है, तो आईये जानते हैं कौन सी है ये खास जगह...

पचमढ़ी (Pachmarhi Tour)
नर्मदापुरम जिले में स्थित एक पर्वतीय पर्यटक स्थल का खूबसूरत (हिल स्टेशन) है। प्राकृतिक सुंदरता की वजह से यह हिल स्टेशन मिनी काश्मीर के नाम से फेमस है, यह प्रदेश का सबसे ऊंचा हिल स्टेशन है, मानसून के समय भी सुंदर नजारा देखने के लिए यहां कई झरने व ट्रैकिंग रूट मौजूद है, साल के किसी भी महीने में आप यहां घूमने का प्लान बना सकते हैं, मानसून के समय घूमने का आनंद यादगार होता है। यह स्टेशन समुद्रतल से 1067 फिट ऊंचाई पर है। बारिश के दिनों में घूमने के लिए पचमढ़ी एक परफेक्ट स्थान है।

माण्डू (Mandu Tourist Places)
 मांडू या मांडवगढ़ समुद्रतल से 2000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यही वजह है कि ये हिल स्टेशन की तरह लगता है। यहां के प्राकृतिक नजारे आपके दिल में बस जाएंगे, मांडू में घूमने के लिए ऊंचे पहाड़, नदियां, किले और महल हैं। यहां किलों और महलों की सैर कर सकते हैं, या नाव की सवारी का आनंद ले सकते हैं।

अमरकंटक (Amarkantak Tourist Place)
अनूपपुर जिले से 70 किमी व पेंड्रा रेलवे स्टेशन छ.ग. से 35 किमी सड़क मार्ग से यह मैकाल पहाड़ियों में बसा हुआ है, बारिश के समय एमपी की ये जगह स्वर्ग से भी खूबसूरत हो जाती है,  यहां से नर्मदा, सोन और जोहिला नदी का उद्गम हुआ है, इन नदियों में विभिन्न स्थानों पर नदियां और वाटरफॉल का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है, नर्मदा नदी उद्गम स्थल से करीब 8 किमी दूर दूधधारा व कपिलधारा का दृश्य बारिश के समय देखते ही बनता है, वहीं सोन नदी का सोनमुड़ा वाटरफॉल 100 मीटर ऊंचाई से गिरते हुए खूबसूरत जलप्रपात का दृश्य देखने को मिलता है।   

बहुती और चचाई (Bahuti and Chachai Waterfall)
यह रीवा जिले में प्रदेश का सबसे ऊंचा जलप्रपात है, यह वाटरफॉल सेलर नदी पर स्थित है, इसकी ऊंचाई 198 मीटर (650 फिट) है। प्रदेश का दूसरा सबसे ऊंचा झरना रीवा जिले के चचाई में स्थित है, यह झरना बिहड़ नदी पर 130 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित हैं।

तामिया (Tamia Hill)
छिंदवाड़ा जिले में स्थित यह प्रकृति की गोद में बसा, तमिया छिपा हुआ रत्न है, यहां पहुंचने के लिए जुन्नारदेव रेलवे स्टेशन समीप है, ये स्थान उन लोगों के लिए स्वर्ग है जो नेचर व एडवेंचर से प्यार करते हैं, यह प्रदेश का दूसरा हिल स्टेशन है जो शहरी जीवन की हलचल से दूर प्राकृतिक की हरियाली के बीच शांति और सुकून से भरा हुआ है।

भेड़ाघाट (Bhedaghat Tourist Place)
जबलपुर का भेड़ाघाट अपनी खूबसूरती के लिए देशभर में मशहूर है, जबलपुर के आसपास घूमने वाले लोग एक बार यहां जरूर घूमने आते हैं, भेड़ाघाट का धुआंधार वाटरफॉल का नजारा हर किसी के दिल में बस जाता है, धुआंधार जल दुग्ध के बूंद की तरह उठकर लोगों का मन मोह लेते हैं। यह नजारा देखने दुनियाभर के लोग आते हैं।

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