Board Exam Parenting Tips: दुनिया में शायद ही ऐसा कोई हो जिसे एक्ज़ाम का डर नहीं सताता हो। चाहे उम्र कितनी भी हो लेकिन जब बात परीक्षा की होती है तो टेंशन शुरू हो ही जाता है। स्टूडेंट्स को तो हर साल परीक्षा का सामना करना पड़ता है। बात अगर बोर्ड एक्ज़ाम की हो तो बच्चों पर दबाव और भी बढ़ जाता है। आपका बच्चा भी अगर बोर्ड एक्जाम दे रहा है और उस पर एक्ज़ाम का तनाव दिखाई देने लगा है तो आप कुछ आसान तरीकों से उसकी टेंशन को कम कर सकते हैं।
एक्जाम की टेंशन दूर करने के टिप्स
पढ़ाई का दबाव न डालें - प्री-बोर्ड और बोर्ड एक्जाम को लेकर ज्यादातर बच्चे तनाव में रहते हैं। ऐसे में अगर पैरेंट्स उन पर ज्यादा पढ़ाई का दबाव बनाते हैं तो उनके लिए इस प्रेशर को हैंडल करना काफी मुश्किल होता है। बच्चों पर दबाव बढ़ाने के बजाय पैरेंट्स होने की जिम्मेदारी निभाते हुए उन्हें कंफर्टेबल फील कराने की कोशिश करें, जिससे वे इत्मिनान से पढ़ाई में मन लगा सकें।
बच्चों की परेशानी सुनें - एग्ज़ाम का दबाव हर बच्चा महसूस करता है कोई कम, कोई ज्यादा। आपका बच्चा अगर परीक्षा को लेकर चिंता में दिख रहा है तो आप उससे बात करें और उसकी परेशानी दूर करने की कोशिश करें। उसे परीक्षा को लेकर तनाव न लेने और ईमानदारी से मेहनत करने की सलाह दें। बच्चे अगर किसी दिक्कत का सामना कर रहे हैं तो उसे सुनकर हल निकालने की कोशिश करें।
ब्रीदिंग टेक्निक - पढ़ाई के दौरान अगर बच्चा एंजाइटी फील करता है तो उसे ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ करने के लिए कहें। कोशिश करें कि बच्चे के रूटीन में ही योग, प्राणायाम शामिल हो सके। कई बार सबकुछ आते हुए भी बच्चा एंजाइटी की वजह से एग्जाम में कुछ लिख नहीं पाता है। पैरेंट्स बच्चों को ब्रीदिंग टेक्निक सीखने में मदद करें।
कॉन्फिडेंस बढ़ाएं - बहुत से बच्चे पढ़ने में काफी अच्छे होते हैं, लेकिन एग्जाम फियर के चलते अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते हैं। यही हाल पढ़ाई के दौरान भी होता है। आप एक्जाम के दिनों में बच्चे के साथ कुछ समय बिताएं और उसका लगातार आत्मविश्वास बढ़ाते रहें। उसे नतीजे की फ्रिक न करने का कहें और सिर्फ अपनी पूरी मेहनत और ताकत लगा देने की सलाह दें।