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पिछले कुछ सालों से महिलाओं में PCOD की समस्या काफी तेजी से बढ़ रही है और इसी वजह से महिलाओं के शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस होने लगते हैं। ऐसे में इन लक्षणों को मैनेज करना बेहद जरूरी है।

PCOD Problem In Women: पीसीओडी को पॉलिसिस्टिक ओवरी डिजीज कहा जाता है और यह अक्सर महिलाओं की ओवरी में  छोटी-छोटी सिस्ट की वजह से हो जाती हैं। वहीं पिछले कुछ सालों में ये समस्या महिलाओं में काफी तेजी से बढ़ रही है और इसकी वजह से महिलाओं के शरीर में हार्मोन बढ़ जाते हैं। जिससे शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस भी होने लगते हैं। 

वहीं इसका असर महिलाओं के पूरे शरीर पर पड़ता है। जिससे वजन बढ़ना, चेहरे पर अनचाहे बाल निकलना, पीरियड्स का अनियमित होना और एक्ने, पीसीओडी से जुड़ी आम दिक्कतें होने लगती हैं। लेकिन इससे और भी कई परेशानियां हो सकती हैं। ऐसे में इन के लक्षणों को मैनेज करना बेहद जरूरी है।  तो आइए जानते हैं कि PCOD की समस्याएं से कौन-सी गंभीर दिक्कतें हो सकती हैं...

कमजोरी महसूस होना
पीसीओडी की वजह से महिलाओं को हर वक्त कमजोरी महसूस होती है। इसके अलावा हार्मोनल इंबैलेंस का असर महिलाओं के पूरे शरीर और मूड पर भी होता है। पीसीओडी की समस्या से महिलाएं मेंटली और इमोशनली काफी प्रभावित होती है।  हलांकि, कई बार पीरियड्स में ब्लीडिंग अधिक होने के कारण भी महिलाओं को कमजोरी महसूस होता है। 

ब्लड शुगर का खतरा
PCOD के कारण महिलाओं में ब्लड शुगर होने का खतरा भी बना रहता है और शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस होने लगता है। जिसकी वजह से इंसुलिन हार्मोन का इस्तेमाल शरीर सही तरीके से नहीं कर पाता है और इसी वजह से ब्लड शुगर हाई होने का खतरा बन जाता है। 

पेट की समस्या होना
इसकी वजह से गट बैक्टीरिया इंबैलेंस हो जाते हैं और इससे कब्ज की समस्या भी हो जाती है। गट में गुड बैक्टीरिया की कमी होने के कारण पेट से जुड़ी कई दिक्कतें आने लगती हैं। 

 डिप्रेशन के शिकार होना
पीसीओडी समस्या की वजह महिलाओं के दिमागी स्तर काफी बुरा असर पड़ता है। इस एंडोक्राइन डिसऑर्डर की वजह से महिलाओं को नींद नहीं आती है। जिससे धीरे-धीरे महिलाएं डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं।

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