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Sickle Cell Anemia Symptoms: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झाबुआ की जनसभा में सिकल सेल एनीमिया की बीमारी का जिक्र किया। आइए जानते हैं इस बीमारी के लक्षण।

Sickle Cell Anemia Symptoms: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में हुई जनसभा में सिकल सेल एनीमिया की बीमारी का जिक्र किया। खून से जुड़ी इस बीमारी से काफी मौते होती हैं। अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने आदिवासी क्षेत्रों में सिकल सेल एनीमिया से युवाओं की होने वाली मौतों का जिक्र किया था।  सिकल सेल एनीमिया एक वंशानुगत बीमारी है जिसे सही तरीके से ट्रीटमेंट मिलना जरूरी होता है। 

क्या है  सिकल सेल एनीमिया?
सिकल सेल एनीमिया वंशानुगत बीमारियों के ग्रुप में शामिल है, जिसे सिकल सेल डिजीज कहा जाता है। मायोक्लीनिक के मुताबिक इस बीमारी में रेड ब्लड सेल्स के शेप पर प्रभाव पड़ता है, जो कि हमारे शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन को पहुंचाने का काम करते हैं। रेड ब्लड सेल्स गोल और लचीले होते हैं, जिससे ब्लड वेसल्स में आसानी से मूव करते हैं, लेकिन इस बीमारी में इनका आकार बदल जाता है और मूव करने में परेशानी पैदा करते हैं।

सिकल सेल एनीमिया के लक्षण
सिकल सेल एनीमिया की बीमारी के लक्षण बच्चे में 6 महीने की उम्र के आसपास दिखाई देने लगते हैं। ये संकेत समय के साथ व्यक्ति दर व्यक्ति बदलते रहते हैं।  सिकल सेल एनीमिया के कुछ लक्षण हैं:

एनीमिया - किसी को एनीमिया है तो आगे चलकर ये  सिकल सेल एनीमिया में तब्दील हो सकता है। एनीमिया में सिकल सेल्स आसानी से टूटकर खत्म हो जाते हैं। सामान्य तौर पर रेड ब्लड सेल्स 120 दिन तक जिंदा रहते हैं और उसके बाद उन्हें बदलने की जरूरत पड़ती है। लेकिन, जब सिकल सेल्स 10-20 दिन में ही मरने लग जाते हैं और रेड ब्लड सेल्स की शॉर्टेज होने लगती है तो ये एनीमिया कहलाता है। इससे थकान होने लगती है। 

बार-बार दर्द होना - सिकल सेल एनीमिया का एक बड़ा लक्षण है बार-बार तेज दर्द का उठना। ये दर्द तब उठता है जब सिकल शेप वाले रेड ब्लड सेल्स छोटी-छोटी रक्त वाहिनियों में फंसकर ब्लड फ्लो को रोक देते हैं, इससे तेज दर्द होना शुरू हो जाता है। 

हाथ, पैरों में सूजन - आपके हाथ-पैरों में लगातार सूजन बनी रहती है तो ये  सिकल सेल एनीमिया का लक्षण हो सकता है। सूजन का आना लाल रक्त कणिकाओं द्वारा ब्लड सर्कुलेशन को रोक दिए जाने की वजह से होता है।

बार-बार संक्रमण होना - सिकल सेल एनीमिया की बीमारी में मरीज को बार-बार संक्रमण होने लगता है। सिकल सेल्स तिल्ली को डैमेज कर सकते हैं और इससे संक्रमण बढ़ने का खतरा पैदा हो जाता है। नवजात और छोटे बच्चे जो कि सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित होते हैं, उन्हें वैक्सीनेशन और एंटीबायोटिक्स की जरूरत पड़ती है। 

देखने में दिक्कत - सिकल सेल एनीमिया की बीमारी में पेशेंट के विजन में भी समस्या आने लगती है। आंखों को ब्लड सप्लाई करने वाली छोटी ब्लड वेसल्स में सिकल सेल्स जम जाते हैं और इससे खून का प्रवाह रुक जाता है। इसका असर आंखों की रोशनी पर पड़ता है। 

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