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Vrat Health Tips:बारिश के मौसम, विशेषकर सावन-भादो के महीने में कई पर्वों पर काफी लोग व्रत-उपवास रखते हैं। इससे शारीरिक स्वास्थ्य को भी काफी फायदा होता है। इस बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।

Vrat Health Tips: बारिश का मौसम शुरू होते ही तीज-त्योहार भी शुरू हो जाते हैं। इस दौरान अनेक लोग पूजा-अर्चना करने के साथ व्रत-उपवास भी रखते हैं। इसमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल होते हैं। ध्यान रखें कि उपवास का मतलब, खुद को भूखा रखना नहीं होता है। इस दौरान थोड़ा-थोड़ा कई बार फलाहार खाते रहना चाहिए। व्रत के दौरान अपनी डाइट में ऐसे सुपरफूड्स को शामिल करना चाहिए, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती देते हैं और पाचन में हल्के होते हैं। इसीलिए उपवास के दौरान थोड़ा-थोड़ा, कई बार लेकिन हल्का भोजन करें। यह शरीर में ऊर्जा के स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है और रक्त शर्करा के स्तर को कम होने से भी रोकता है। बारिश के मौसम में व्रत रखने से कई शारीरिक फायदे होते हैं।

पाचन रहता है सही
बारिश के महीनों में बरसात के कारण गर्मी के साथ उमस भी बढ़ जाती है। यह शरीर के डाइजेस्टिव सिस्टम को कमजोर कर देती है। साथ ही यह गट हेल्थ को भी प्रभावित करती है। इसकी वजह से पेट और आंत की समस्याएं होने लगती हैं। इस मौसम में अपच, पेट खराब होना, बदहजमी जैसी समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं। ऐसे में व्रत रखने से आपका गट यानी पाचन प्रक्रिया हेल्दी रहती है। बारिश में एसिड रिफ्लक्स की दिक्कत बहुत से लोगों में होती है। व्रत रखने से आपका एसिड रिफ्लेक्स भी नियंत्रण में रहेगा, जिससे इस मौसम में होने वाली पेट संबंधी समस्याओं में आराम मिलेगा। आपकी ओवरईटिंग करने की आदत भी कम हो जाएगी। धीरे-धीरे आपकी हेल्थ बेहतर होती जाएगी।

होता है डिटॉक्सिफिकेशन
बारिश के मौसम में व्रत रखने से मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होने लगता है। इस दौरान सप्ताह में एक दिन व्रत रखना, पेट संबंधी समस्याओं से निजात पाने में लाभकारी है। व्रत रखने से ब्लॉटिंग, गैस, एसिडिटी जैसी पेट संबंधी समस्याओं से भी राहत मिलती है। व्रत रखने से शरीर में मौजूद अपशिष्ट और विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं। ऐसे में बारिश के मौसम में प्रति सप्ताह या कुछ अंतराल पर व्रत रखकर आप अपने शरीर को डिटॉक्स भी कर सकते हैं।

शुगर-ओबेसिटी रहे कंट्रोल
बरसात के मौसम में नियमित व्रत रखते से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। बॉडी में इंसुलिन की कार्यक्षमता बेहतर होती है और ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा भी नियंत्रित रहती है। शरीर की मेटाबॉलिक प्रक्रिया में सुधार होता है। इससे बॉडी में जमा एक्सट्रा फैट बर्न करने में मदद मिलती है। मोटापा कम होता है। व्रत पूरी हेल्थ पर सकारात्मक असर डालता है। इससे मानसिक शांति भी मिलती है।

व्रत के दौरान इनका करें सेवन
व्रत के दौरान सात्विक भोजन का ही सेवन करना चाहिए। सात्विक आहार शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। सात्विक आहार के तौर पर आप ताजे फल-सब्जियां, गाय का दूध, नट्स, दही, कंद, शहद आदि ले सकते हैं। इनके अलावा तरबूज, ककड़ी, नारियल पानी, ताजा हर्बल पेय जैसी चीजें ले सकते हैं। ये आपको हाइड्रेट रखेंगे और शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं। इनसे आपको फाइबर भी प्राप्त होता है।
इस तरह आप बारिश के मौसम में व्रत रखते हुए सही आहार का सेवन करेंगे तो कई तरह की शारीरिक समस्याओं से बचे रहेंगे।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी डॉ. गीतिका चौपड़ा, डाइटिशियन, दिल्ली से बातचीत पर आधारित है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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