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Sweet Potato Benefits: शकरकंद का अक्सर व्रत के दौरान फलाहार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. शकरकंद का सेवन कई बड़ी बीमारियों में राहत दिला सकता है.

Sweet Potato Benefits: स्वाद में मीठे आलू की तरह लगने वाला शकरकंद बेहद गुणकारी है। इसका सेवन अक्सर व्रत के दौरान फलाहार के तौर पर किया जाता है, हालांकि ज्यादातर लोग इसके बड़े फायदों से अनजान हैं।शकरकंद का सेवन जोड़ों की गंभीर बीमारी गठिया में काफी राहत दिला सकता है। इसके अलावा शकरकंद खाने से हड्डियां मजबूत बनती हैं। डाइजेशन को सुधारने में भी शकरकंद अहम रोल निभा सकता है। इनसीबीआई के शोध के मुताबिक शकरकंद में एंटी-मुटाजेनिक, एंटी-एथेरोस्कलोरोटिक, एंटी-ऑक्सीडजेटिव, एंटी-वायरस समेत अन्य प्रॉपर्टीज पायी जाती हैं।

शकरकंद विटामिंस का भी बेहतर सोर्स होता है। लाइब्रेट डॉटकॉम के मुताबिक शकरकंद ब्लड शुगर भी कंट्रोल करती है। आइए जानते हैं शकरकंद के सेवन से जुड़े कुछ बड़े फायदे।

गठिया - हड्डियों से जुड़ी गंभीर बीमारी गठिया का दर्द बेहद परेशानीभरा होता है। इस समस्या में शकरकंद का सेवन राहत देने वाला हो सकता है। स्वीट पोटेटो में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-अर्थराइटिस गुण पाए जाते हैं जो कि सूजन और दर्द में आराम देते हैं।

हड्डियां - शकरकंद में कैल्शियम और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जिससे इसका सेवन हड्डियों के लिए बेहद लाभकारी होता है। शकरकंद हड्डियां मजबूत बनाने के साथ ही उनके विकास को रफ्तार देने में भी असरदार हो सकता है। 

डाइजेशन  - फाइबर रिच शकरकंद का  सेवन नियमित तौर पर करने पर यह पाचन को  दुरुस्त बनाने में मदद करता है। फाइबर अधिक होने से गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधी पाचन को सुधारने में मदद मिलती है। शकरकंद में पाया जाने वाला प्रोटीन पाचन एंजाइमों के लिए फायदेमंद होता है। 

ब्लड शुगर - शकरकंद स्वाद में भले ही मीठा लगे लेकिन इसमें एंटीडायबिटिक गुण पाए जाते हैं। ऐसे में शकरकंद का इस्तेमाल बढ़े हुए ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।

इम्यूनिटी - शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए इम्यूनिटी का बेहतर होना बेहद जरूरी होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए शकरकंद का सेवन लाभकारी हो सकता है। शकरकंद में मौजूद कंपाउंड प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

दिल - पोटेशियम, सोडियम और कैल्शियम तत्वों  से भरपूर शकरकंद दिल की बीमारियों को कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकता है। इसमें पाए जाने वाले कंपाउंड ब्लड क्लॉटिंग को रोकने के साथ ही हार्ट बीट को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।

इस तरह खाएं शकरकंद 

शकरकंद सेहत के लिए बेहतर डाइट है और ये गुलाबी, लाल और सफेद तीन तरह के होते हैं. आमतौर पर शकरकंद को भूनकर या उबालकर खाया जाता है। शकरकंद सुबह नाश्ते में या फिर लंच-डिनर के बाद भी खा सकते हैं। फाइबर रिच होने की वजह से  शकरकंद को पचने में ज्यादा वक्त लगता है। शकरकंद को सीमित मात्रा में ही खाया जाना चाहिए. ज्यादा सेवन नुकसान भी कर सकता है। 

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