E-Bikes: वैसे तो ई-बाइक्स हर आयु-वर्ग के लोगों को पसंद आ रही हैं, लेकिन चूंकि बाइक्स ज्यादातर युवा चलाते हैं, इसलिए यह कहना सही होगा कि युवाओं को ये ज्यादा पसंद आ रही हैं। आंकड़ों की बात करें, तो ऑटो मोबाइल को लेकर युवाओं की पसंद-नापसंद पर नजर रखने वाली एक प्रसिद्ध अमेरिकी बिजनेस वेबसाइट के अनुसार- आज अमेरिका में 67 फीसदी ई-बाइक्स के मालिक पुरुष हैं और 33 फीसदी की महिलाएं। इंटरेस्टिंग फैक्ट यह है कि अमेरिका में जितनी भी ई-बाइक्स पिछले तीन सालों में बिकी हैं, उनमें 63 फीसदी के मालिक 18 से 44 साल के युवा हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अमेरिकी युवाओं को किस कदर पेट्रोल-फ्री ई-बाइक्स पसंद आ रही हैं। गौरतलब है कि सिर्फ अमेरिका ही नहीं, दुनिया भर के युवाओं में ई-बाइक्स का क्रेज बढ़ा है।
पेट्रोल बाइक्स से बना रहे दूरी
पहले यह माना जाता था कि पॉवर और स्पीड के मामले में जो खूबी पेट्रोल वाहनों को हासिल है, वह इलेक्ट्रिक वाहनों को नहीं हासिल होगी। इसलिए यह अनुमान लगा लिया गया था कि आने वाले सालों में युवाओं को ई-बाइक्स पसंद नहीं आएंगी। लेकिन अब व्यावहारिक सच्चाई बदल चुकी है। आजकल ई-बाइक्स निर्माता दिन-ब-दिन इसके नए और अपडेटेड वर्जंस लांच कर रहे हैं। ऐसे में युवा-वर्ग इसकी ओर खासे आकर्षित हो रहे हैं। आज के युवा ई-बाइक्स को पेट्रोल बाइक्स के बेहतर विकल्प के रूप में देख रहे हैं।
लुक्स-फीचर्स भी हैं अट्रैक्टिव
ई-बाइक्स को फीचर्स के मामले में भी अब अट्रैक्टिव माना जाने लगा है। देखा जाए तो ई-बाइक्स के जितने खूबसूरत, ट्रेंडी और फंकी डिजाइंस पिछले दो सालों में आए हैं, उतने डिजाइंस तो कभी पेट्रोल-बाइक्स में भी नहीं आए। युवाओं द्वारा ई-बाइक्स पसंद किए जाने का एक कारण इनका अल्ट्रामॉडर्न लुक भी है।
बढ़ रही है स्पीड
पहले यह माना जा रहा था कि ई-बाइक्स की रफ्तार बहुत कम होगी, लेकिन ऐसा नहीं है। हालांकि अभी तक इनकी रफ्तार अधिकतम 50 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे तक ही है लेकिन उम्मीद है कि इस साल नवंबर-दिसंबर तक 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार वाली ई-बाइक्स अमेरिका और यूरोप में आ जाएंगी। आने वाले सालों में सौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली ई-बाइक्स भी सड़कों पर दौड़ने लगेंगी।
लगती हैं कंफर्टेबल
ई-बाइक्स, पेट्रोल-बाइक्स की तुलना में हल्की होती हैं, इसलिए ये युवाओं के साथ-साथ हर आयु-वर्ग के लोगों को पसंद आ रही हैं। छोटे बच्चों और बुजुर्गों को पैडलिंग ई-बाइक्स भी खूब पसंद आ रही हैं। दरअसल, इनमें मोटर और बैटरी दोनों होती हैं, पर अगर दोनों ही काम न कर रहे हों तो पैडल मारने की सुविधा भी होती है। इन खूबियों के साथ पर्यावरण और भविष्य की चिंताओं से सरोकार रखने वाले युवाओं के साथ-साथ हर वर्ग के लोग पेट्रोल-बाइक्स के बेहतर विकल्प के तौर पर ई-बाइक्स को खूब पसंद कर रहे हैं।
बढ़ेगा ट्रेंड
पिछले कुछ सालों में अमेरिका ई वाहनों का हब बनकर उभरा है। एक अनुमान के मुताबिक साल 2030 तक दुनिया में 10 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास ई-बाइक्स होंगी। ई-बाइक्स दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाले इलेक्ट्रिक वाहन हैं। यहां तक कि बिक्री के मामले में ये इलेक्ट्रिक कारों से भी बहुत आगे हैं। भारत के संदर्भ में अगर भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की भविष्यवाणी पर यकीन करें तो अगले पांच सालों में भारत में सभी तरह के वाहनों में करीब 30 फीसदी से ज्यादा ई-वाहन होंगे। इसलिए अगर आज युवाओं को पेट्रोल फ्री ई-बाइक्स पसंद आ रही हैं तो मानना होगा कि वे भविष्य पर नजर रख रहे हैं।
ऑटो ट्रेंड
विवेक कुमार