New year 2024: देखते ही देखते वर्ष 2023 भी हमसे विदा ले रहा है। साल के इस आखिरी समय में अधिकतर लोग मन ही मन इसी उधेड़बुन में लगे हैं कि हमने क्या खोया और क्या पाया? इस तरह सोचने से कोई फायदा नहीं, जो बीत गई, सो बात गई। अब नूतन वर्ष के सूर्योदय की ओर देखें, नई आशाओं और उमंगों के साथ ऐसी जीवनशैली अपनाएं, जो खुशहाल जिंदगी दे।
सही कहा गया है कि बीता हुआ समय और जुबान से निकले शब्द कभी भी लौट कर वापस नहीं आते। इस साल को समाप्त होने में भी अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। ऐसे समय में अधिकतर लोग यह सोच कर दुखी हो जाएंगे, ‘यह साल भी यूं ही बीत गया, इन बारह महीनों में हमें ना तो कोई विशेष कामयाबी हासिल हुई और ना ही जीवन में कुछ ऐसा नया घटित हुआ, जिसे याद करके खुशी महसूस हो।’ साथ ही लोगों को ऐसी बातें भी याद आएंगी, जिनकी वजह से इस साल उनका मन आहत-दुखी हुआ हो। कई बार उसे अपनी किसी गलती पर बहुत पश्चात्ताप भी महसूस होगा कि उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था या उसे यह नहीं बोलना चाहिए था। ऐसी नकारात्मक बातें साल के अंत में व्यक्ति को बहुत बेचैन-परेशान करती हैं। ऐसे में कवि हरिवंश राय बच्चन की कविता की यह पंक्ति ‘जो बीत गई सो बात गई’ को याद रखते हुए वर्तमान यानी नए साल में अपने जीवन को संवार-निखार कर, उसे पहले की तुलना में अधिक सुंदर और सार्थक बनाने के प्रयास में जुट जाएं।
सही ढंग से करें टाइम मैनेजमेंट
सर्वप्रथम इस बात को समझें कि जीवन का हर पल बहुत कीमती है, हम उसकी कीमत पहचानें और बिना वक्त बर्बाद किए अपने हर क्षण का सदुपयोग करें। अपनी दिनचर्या को इस ढंग से व्यवस्थित करें कि हमारे सभी कार्य सही समय पर पूरे हों, साथ ही हमें आराम करने के लिए भी समय मिले, क्योंकि स्वस्थ और प्रसन्न रहने के लिए थोड़ा आराम भी जरूरी है। रात को सही समय पर सोने और सुबह जल्दी जागने का हम संकल्प लें। मोबाइल का सीमित उपयोग करें, क्योंकि सोशल मीडिया पर अधिक सक्रियता समय की बर्बादी का बहुत बड़ा कारण है। रोजाना सुबह उठकर हम आवश्यक कार्यों की एक सूची बनाएं और रात को सोने से पहले एक बार उसे अवश्य चेक कर लें कि उनमें से कौन-से काम पूरे हो गए, किसी वजह से अगर कोई काम अधूरा रह गया हो, तो उसे अगले दिन जरूर पूरा कर लें। जहां तक संभव हो हम आज के काम को कल पर टालने की आदत छोड़ दें।
वर्तमान में जिएं
जो समय बीत गया, वह लौटकर कभी वापस नहीं आता, इसलिए उसके बारे में सोचकर पछताना छोड़ दें। भविष्य के लिए योजनाएं जरूर बनाएं, लेकिन यह भी जाने लें कि आने वाला समय भी हमेशा अनिश्चित होता है, उसके बारे में कोई कुछ भी बता नहीं सकता, इसलिए वर्तमान की अहमियत को समझते हुए सामने जो भी कार्य हो, उसे पूरा करने की कोशिश करें। अगर आप योजनाबद्ध ढंग से वर्तमान को संवारने की कोशिश में जुटी रहेंगी, तो स्वाभाविक रूप से आपका भविष्य अपने आप बेहतर हो जाएगा, क्योंकि आज की मेहनत का परिणाम कुछ समय के बाद ही नजर आता है।
मजबूत हो इच्छाशक्ति
हो सकता है, किसी असफलता की वजह से आप उदासी- हताशा महसूस कर रही हों, लेकिन हिम्मत ना हारें, बल्कि दृढ़ निश्चय के साथ जुटी रहें और खुद से यह वादा करें, ‘मुझे हर हाल में खुश रहना है।’ अगर आपके साथ कुछ बुरा हुआ हो तो उसे भूल कर बेहतरी की दिशा में अगला कदम बढ़ाएं। हमेशा याद रखें कि अच्छा सोचने का परिणाम हमेशा अच्छा ही होता है। इसलिए जीवन के प्रति हमेशा सकारात्मक नजरिया अपनाएं। ‘मेरा यह कार्य जरूर पूरा होगा’, अगर आप अपने मन में ऐसे आशावादी विचार रखेंगी तो आपको हर हाल में सफलता मिलेगी।
माफ करें, भूल जाएं
बीते समय की कटु स्मृतियां दुखों की सबसे बड़ी वजह हैं। इसलिए अगर किसी की बातों से आपका मन आहत हुआ हो, तो बार-बार उन्हीं बातों को याद करके उदास होने से बेहतर है कि आप उन बातों को भूल जाएं। जिस व्यक्ति के व्यवहार से आप दुखी हैं, उसके प्रति अपने मन में लंबे समय तक नाराजगी ना रखें, बल्कि थोड़ी उदारता दिखते हुए उसे माफ कर दें। यकीन मानिए, इससे आपके मन को बहुत सुकून मिलेगा। इसी बात का दूसरा पहलू यह भी है कि अगर कभी जाने-अनजाने में आपके किसी व्यवहार से दूसरों की भावनाएं आहत हुई हों, तो ऐसी बातों को भी अपने मन में ना रखें, क्योंकि ग्लानि की वजह से आपको अकसर उदासी महसूस होगी। ऐसी मनोदशा से बाहर निकलने के लिए जितनी जल्दी हो सके आप उस व्यक्ति से माफी मांग लें। इससे आप तनावमुक्त हो जाएंगी। मशहूर शायर मिर्जा गालिब ने सही कहा है, ‘कुछ इस तरह मैंने जिंदगी को आसान कर लिया, किसी से माफी मांग ली, किसी को माफ कर दिया।’ तो फिर क्यों ना जो कुछ भी दुखद था, इस साल के अंत में आप उसे भुलाकर केवल मधुर स्मृतियों को संजोने का संकल्प लें, निश्चित ही नववर्ष आपके लिए मंगलमय होगा।
विनीता