Covid-19 New Variant: पूरे विश्व में कोहराम मचाने वाली कोरोना महामारी(Corona Epidemic) को लेकर अभी भी खतरा कम नहीं हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने नए JN.1 कोरोना वायरस स्ट्रेन को ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’(Variant of interest) घोषित किया है। नए वेरिएंट्स के सामने आने से खतरा कम होता नजर नहीं आ रहा है। एक बार फिर से खतरे की घंटी बजी है और इसका एक और नया सब वेरिएंट JN.1 देश-दुनिया में लोगों को संक्रमित कर रहा है।
केरल में हाल ही में इस नए सब वेरिएंट जेएन.1(JN.1) की पुष्टि की गई है। भारत में इसके आने के बाद से ही यह सभी के लिए चिंता का विषय बन गया है, इसलिए इसके बारे में जानना और सावधान रहना बहुत जरूरी है।
क्या है सब वेरिएंट जेएन.1(What is sub variant JN.1)
कोरोना का यह नया सब वेरिएंट इतनी तैजी से कैसे फैल रहा है? इस बारे में पूछने पर श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट, दिल्ली में सीनियर कंसल्टेंट- पल्मोनोलॉजी-डॉ. अनिमेष आर्या बताते हैं, ‘सबसे पहले यह समझना बहुत जरूरी है कि आखिर यह नया सब वेरिएंट है क्या? दरअसल डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन सेंटर (सीडीसी) के मुताबिक कोरोना का यह सब वेरिएंट, ओमिक्रॉन सब वेरिएंट बीए.2.86 का ही नेक्स्ट जेनरेशन है और इसे दूसरी भाषा में पिरोला भी कहा जाता है। यदि विशेषज्ञों की नजरों से समझें तो जेएन.1 और बीए.2.86 के बीच केवल एक ही अंतर है- स्पाइक प्रोटीन में बदलाव, जिस कारण इस वायरस का संक्रमण अन्य वायरस की तुलना में तेजी से फैलने में सक्षम है। इस नए सब वेरिएंट से सावधान रहने के लिए आपको बहुत ही सावधानी बरतने की आवश्यकता है।’
जेएन.1 संक्रमण के लक्षण(Symptoms of JN.1 infection)
कोरोना के इस नए सब वेरिएंट से संक्रमित होने के लक्षणों के बारे में धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल, दिल्ली में सीनियर कंसल्टेंट- पल्मोनोलॉजी और स्लीप मेडिसिन, डॉ. नवनीत सूद बताते हैं, ‘हालांकि अभी तक इसके लक्षणों में कोई खास बात तो निकल कर सामने नहीं आई है, पिछले कोरोना वेरिएंट्स की ही तरह इसमें भी मिलते-जुलते लक्षण दिखाई दे रहे हैं। जैसे- लगातार बुखार आना, खांसी आना, नाक जाम हो जाना, नाक से पानी बहना, जल्द थकान, सिर दर्द, स्वाद या गंध का सेंस कम होना, गला खराब होना, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं आदि। डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन सेंटर के मुताबिक कोई खास लक्षण अलग से नजर नहीं आए हैं, जिसकी वजह से यह पता लगा पाना मुश्किल है कि लक्षण पिछले कोरोना वेरिएंट के मुकाबले अलग हैं या नहीं, इसलिए अगर आपको ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में अपनी जांच कराएं, मास्क लगाकर रखें और लोगों से दूरी भी बनाकर रखें।
संक्रमण से बचाव के उपाय(Infection prevention measures)
कोरोना का नया सब वेरिएंट जेएन.1 कितना खतरनाक है और इससे बचाव के उपाय क्या हैं, पूछे जाने पर नारायणा सुपरस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल, गुरुग्राम में सीनियर कंसल्टेंट- इंटरनल मेडिसिन, डॉ. पंकज वर्मा ने बताया, कुछ विशेषज्ञों की मानें और सीडीसी के मुताबिक फिलहाल इसका कोई सबूत नहीं है कि यह नया वेरिएंट बहुत खतरनाक है। फिर भी जिस प्रकार से इसका संक्रमण वैश्विक स्तर पर तेजी से फैल रहा है, उसको देखते हुए बहुत ही सावधान रहने की आवश्यकता है। संक्रमण से बचाव के लिए
कुछ बातों पर जरूर अमल करें-
- यदि आपने अभी तक वैक्सीनेशन नहीं कराया है तो तुरंत वैक्सीनेशन कराएं।
- कोरोना के प्रोटोकॉल नियमों का पालन करें, जैसे- सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
- कोरोना के किसी भी प्रकार के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर अपनी जांच करवाएं।
- रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संक्रमित को अलग रहने दें और कोरोना नियमों का पालन करें।
- इन दिनों बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखें।
- घर से बाहर जाते समय मास्क और हैंड सेनीटाइजर का इस्तेमाल करें।
- कुछ अंतराल पर हाथ साबुन से धोते रहें।
प्रस्तुति: सेहत डेस्क