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Delhi Liquor Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) दिल्ली शराब घोटाले की जांच कर रहा है। दिल्ली के डिप्टी सीएम समेत आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। 

Delhi Liquor Case: दिल्ली शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कसता जा रहा है। घोटाले की आंच शुक्रवार को राजधानी दिल्ली से तेलंगाना तक पहुंच गई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी और भारत राष्ट्र समिति (BRS) नेता के. कविता को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। ईडी के अधिकारी उन्हें पूछताछ के लिए हैदराबाद से दिल्ली लेकर रवाना हो चुके हैं। बता दें कि दिल्ली शराब घोटाले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, आम आदमी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह समेत अन्य नेताओं की गिरफ्तारी हो चुकी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी की टीम ने आज शराब घोटाले की जांच के दौरान के कविता के हैदराबाद स्थित आवास पर छापेमारी की थी। इसके कुछ घंटे बाद उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया और शाम तक गिरफ्तारी की खबर आई। के. कविता तेलंगाना में विधान परिषद (एमएलसी) सदस्य हैं और भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी हैं।

KCR के बेटे की ईडी अफसरों से बहस
गिरफ्तारी के दौरान केसीआर के बेटे केटी रामाराव की अफसरों से बहस भी हुई। उन्होंने आवास में परिवारजनों को एंट्री से रोकने पर सवाल उठाए तो अधिकारियों ने रामाराव को गिरफ्तारी की प्रक्रिया से जुड़े दस्तावेज दिखाए। उन्होंने अधिकारियों को बड़ी मुसीबत का सामना करने की धमकी दी। इस पर ईडी अधिकारी ने कहा कि आपके पास कानूनी राहत का रास्ता खुला है। (पढ़ें पूरी खबर...)

तेलंगाना में पीएम मोदी का रोड शो
यह गिरफ्तारी लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से एक दिन पहले हुई। तेलंगाना में कांग्रेस सरकार ने 100 दिन भी पूरे कर लिए हैं। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रवार शाम को हैदराबाद के उपनगर मल्काजगिरी में एक रोड शो करने का भी कार्यक्रम है।

क्या है दिल्ली का शराब घोटाला?
कोविड काल में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 लागू की थी। इसमें शराब नीति के कार्यान्वयन में कथित अनियमितता की शिकायतें आईं। इसके बाद उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की। इसके साथ ही दिल्ली आबकारी नीति सवालों के घेरे में आ गई। हालांकि, नई शराब नीति को बाद में इसे बनाने और इसके कार्यान्वयन में अनियमितताओं के आरोपों के बीच रद्द कर दिया गया था।

सीबीआई ने अगस्त 2022 में इस मामले में 15 आरोपियों के खिलाफ नियमों के उल्लंघन और नई शराब नीति में गड़बड़ी के आरोप में केस दर्ज किया। इसके बाद सीबीआई द्वारा दर्ज मामले के संबंध में ईडी ने पीएमएलए के तहत मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की जांच शुरू की। सीबीआई और ईडी शराब नीति घोटाले में अलग-अलग जांच कर रही हैं। सीबीआई की जांच नई नीति बनाते समय हुई अनियमितताओं पर केंद्रित है, जबकि ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है। इसी मामले में पूछताछ के लिए ईडी सीएम केजरीवाल को 8 बार समन भेज चुकी है।

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