Fact Check Atal Setu Cracks: मुंबई के अटल सेतु में दरार की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। कांग्रेस पार्टी ने इस पर मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। लेकिन, जब हरिभूमि ने इस खबर का फैक्ट चेक किया, तो पता चला कि ये सभी दावे गलत हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने अटल सेतु में दरार का दावा करते हुए सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें शेयर की। कांग्रेस पार्टी ने भी इन दावों को समर्थन देते हुए मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
नाना पटोले ने शेयर किया था वीडियो
नाना पटोले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तस्वीरें शेयर करते हुए दावा किया कि अटल सेतु में दरारें आ गई हैं। उन्होंने कहा कि इस पुल का उद्घाटन केवल 3 महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की और सुप्रीम कोर्ट से इस पर संज्ञान लेने की अपील की। हालांकि, जब दावों की पड़ताल की गई तो पता चला कि अटल सेतु में दरार का दावा गलत था।
प्रधानमंत्री श्री. नरेंद्र मोदी यांच्या हस्ते तीनच महिन्यांपूर्वी लोकार्पण झालेल्या "अटल सेतू" पुलास भेगा पडल्याची बाब अतिशय चिंताजनक आहे. मोठ्या प्रमाणात भेगा पडल्याने प्रवाश्यांमध्ये भीतीचे वातावरण निर्माण झाले आहे. बिहार मध्ये नवनिर्मित पुल कोसळल्याची घटना ताजी असतानाच… pic.twitter.com/NGUrLFinj6
— Nana Patole (@NANA_PATOLE) June 21, 2024
MMRDA ने किया दावा खारिज
मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) ने कांग्रेस के इन दावों को खारिज किया। MMRDA ने कहा कि अटल सेतु में कोई दरार नहीं आई है और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही खबरें गलत हैं। नाना पटोले की ओर से अटल सेतु में दरार की तस्वीरें पोस्ट किए जाने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पुल की के निर्माण गुणवत्ता पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे।
परियोजना प्रमुख ने दावों को बताया अफवाह
अटल सेतु परियोजना के प्रमुख कैलाश गनात्रा ने भी इन दावों को अफवाह बताया। उन्होंने कहा कि दरारें पुल पर नहीं, बल्कि सर्विस लेन के फुटपाथ के डामर पर आई हैं। इन दरारों की मरम्मत का काम पहले ही शुरू हो चुका है और 24 घंटे के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। तस्वीरें पोस्ट होने के कुछ घंटे बाद ही अटल सेतु के सर्विस लेन की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया।
फैक्ट चेक में क्या आया सामने
फैक्ट चेक में यह साफ हुआ कि कांग्रेस द्वारा अटल सेतु में दरार आने का दावा झूठा है। सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीरें भी फेक हैं। अटल सेतु परियोजना प्रमुख कैलाश गनात्रा ने भी इस बात की पुष्टि की है कि दरारें पुल पर नहीं, बल्कि सर्विस लेन पर आई हैं और इनकी मरम्मत का काम जारी है।