Sushil Modi achievements:सुशील कुमार मोदी का सोमवार देर रात नई दिल्ली में निधन हो गया। उन्हाेंने 52 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। सुशील कुमार मोदी दो बार बिहार के उप मुख्यमंत्री रहे। पहली बार 2005 से 2013 तक और फिर 2017 से 2020 तक उन्होंने बिहार के डिप्टी सीएम के तौर पर अपनी सेवाएं दी। एक सांसद और बिहार के वित्त मंत्री के तौर पर भी काम किया। साथ ही वह अन्य महत्वपूर्ण पदों पर भी काम किया। आइए जानते हैं, इस दिग्गज नेता के 5 ऐसे काम जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
- बिहार के उपमुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, सुशील कुमार मोदी ने राज्य की नीतियों और शासन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बिहार में न्याय व्यवस्था को बहाल रखने और बिहार की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए उन्होंने कई काम किए।
- वित्त मंत्री: डिप्टी सीएम के कार्यकाल के दौरान सुशील कुमार मोदी के पास वित्त विभाग भी था।उन्होंने राज्य की वित्तीय नीतियों और बजट आवंटन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने सुनिश्चित किया कि बिहार के सभी इंफ्रास्टक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए पर्याप्त राशि आवंटित हो सके।
- वस्तु एवं सेवा कर (GST) का कार्यान्वयन: सुशील कुमार मोदी को जुलाई 2011 में वस्तु एवं सेवा कर के कार्यान्वयन के लिए राज्य के वित्त मंत्रियों की अधिकार प्राप्त समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इस समिति में रहते हुए सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय स्तर पर जीएसटी के कार्यान्वयन में अहम सुझाव दिए। गारमेंट्स और
- विपक्ष के नेता: डिप्टी सीएम बनने से पहले, सुशील कुमार मोदी 1996 से 2004 तक बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। इस दौरान उन्होंने राज्य की सत्तारूढ राजद सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। तत्कालीन सरकार की गई गड़बड़ियों को उजागर किया।
- चारा घोटाला: सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ पटना उच्च न्यायालय में जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की, जिसे बाद में चारा घोटाले के नाम से जाना गया। इस मामले में आगे चलकर लालू प्रसाद यादव को जेल तक जाना पड़ा।
झारखंड के गठन के लिए समर्थन:
मोदी ने झारखंड राज्य के गठन का समर्थन किया। झारखंड को 2000 में बिहार से अलग किया गया था। इस निर्णय का दोनों राज्यों की क्षेत्रीय राजनीति और शासन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। झारखंड को पूर्ण राज्य देने को लेकर लंबे समय से झारखंड में आंदोलन चल रहा था। सुशील कुमार मोदी ने इस आंदोलन का समर्थन किया। जब बिहार को झारखंड से अलग किया गया उस समय बिहार में लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी की अगुवाई वाली सरकार थी और केंद्र में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयपेयी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार थी।
बिहार के महागठबंधन सरकार को गिराने में भूमिका
2017 में, मोदी ने कथित बेनामी संपत्तियों और अनियमित वित्तीय लेनदेन को लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके परिवार की लगातार आलोचना की। उन्हाेंने मीडिया के सामने लालू प्रसाद की कई कथित अनियमिताताओं को सामने रखा। इसकी वजह से बिहार में जेडीयू-आरजेडी ग्रैंड अलायंस सरकार गिर गई। इसके बाद राज्य में बीजेपी की सरकार बनी। इसमें सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार की पार्टी से बीजेपी का गठबंधन करवाने में अहम भूमिका निभाई। सुशील कुमार मोदी को बीजेपी-जेडीयू गठबंधन में उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई।