Actor-politician Vijayakanth passes away: अभिनेता और देसिया मुरपोक्कू द्रविड़ कड़गम (DMDK) के प्रमुख कैप्टन विजयकांत (विजयराज अलगरस्वामी विजयकांत) का गुरुवार को चेन्नई के एक प्राइवेट अस्पताल में निधन हो गया। वह 71 साल के थे। पार्टी के अनुसार, उन्हें कोरोना हो गया था। टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इसलिए अस्पताल में उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। सुबह विजयकांत ने अंतिम सांस ली। उनके निधन के बाद पार्टी में शोक छा गया है।
अस्पताल की तरफ से बयान जारी किया गया है। जिसमें बताया गया कि कैप्टन विजयकांत को निमोनिया थी। जब भर्ती हुए तो उनकी समस्या काफी बढ़ गई थी। विजयकांत वेंटिलेटरी सपोर्ट पर थे। मेडिकल स्टाफ ने उन्हें बचाने का भरपूर प्रयास किया। लेकिन 28 दिसंबर 2023 की सुबह उनका निधन हो गया।
Actor and DMDK Chief Captain Vijayakanth passes away at a hospital in Chennai, Tamil Nadu.
— ANI (@ANI) December 28, 2023
He was on ventilatory support after testing positive for COVID-19. pic.twitter.com/LcT76Uawef
मंगलवार को भर्ती हुए थे विजयकांत
विजयनाथ को रूटिन चेकअप के लिए मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय, पार्टी ने कहा कि विजयकांत स्वस्थ हैं और परीक्षण के बाद घर लौट आएंगे। डीएमडीके प्रमुख को इससे पहले 20 नवंबर को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में उनका सांस संबंधी बीमारी का इलाज चल रहा था।
Tamil Nadu | DMDK Leader Vijayakanth tested positive for COVID. Due to breathing issues, Vijayakanth has been put on a ventilator: Desiya Murpokku Dravida Kazhagam (DMDK) pic.twitter.com/5XoF1HQhDv
— ANI (@ANI) December 28, 2023
154 फिल्मों में किया अभिनय, फिर बनाई पार्टी
कैप्टन विजयकांत का फिल्मी सफर काफी यादगार रहा है। उन्होंने 154 फिल्मों में अभिनय किया और उन्होंने तमिल फिल्मों का निर्देशन भी किया। उसके बाद राजनीति में कदम रखा गया था।
#WATCH | Tamil Nadu: Actor and DMDK Chief Captain Vijayakanth passes away at a hospital in Chennai.
— ANI (@ANI) December 28, 2023
(Visuals from Captain Vijayakanth's residence in Chennai) pic.twitter.com/pNd6ieJWOh
दो बार विधायक भी रहे, नेता विपक्ष भी बने
14 सितंबर 2005 को विजयकांत ने डीएमडीके की स्थापना की। एडीएमके पार्टी के साथ गठबंधन किया। दो बार विधायक बने। उनका राजनीतिक करियर तब चरम पर था, जब वह 2011 से 2016 तक तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता बने। हाल के वर्षों में विजयकांत का स्वास्थ्य चिंता का विषय रहा है। जिसके कारण उन्हें सक्रिय राजनीतिक भागीदारी से पीछे हटना पड़ा।