Congress 84th convention: कांग्रेस का 84वां अधिवेशन मंगलवार (8 अप्रैल) को अहमदाबाद में शुरू हुआ। बुधवार (9 अप्रैल) को अधिवेशन का दूसरा और आखिरी दिन है। बुधवार को साबरमती रिवरफ्रंट पर मुख्य अधिवेशन होगा। सोनिया गांधी, राहुल, प्रियंका गांधी सहित देशभर के 1700 से अधिक कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। पार्टी के झंडावंदन से अधिवेशन की शुरुआत होगी। रिवरफ्रंट पर VVIP डोम बनाया है। अधिवेशन की थीम 'न्यायपथ: संकल्प, समर्पण, और संघर्ष' रखी गई है।
'वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीड़ पराई जाणे रे'
— MP Congress (@INCMP) April 8, 2025
अहमदाबाद में कांग्रेस के ऐतिहासिक अधिवेशन की पूर्व संध्या पर साबरमती आश्रम में प्रार्थना सभा हुई। pic.twitter.com/sMctEG9Y7I
गुजरात चुनाव की रणनीति बनाई जाएगी
अधिवेशन में 2027 के गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाई जाएगी। साथ ही 'संविधान बचाओ यात्रा' नामक राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत भी अहमदाबाद से होगी, जिसका लक्ष्य भाजपा को चुनौती देना और कांग्रेस की स्थिति मजबूत करना है। कार्यक्रम में पार्टी की दिशा और लक्ष्यों पर जोर दिया जाएगा। राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर प्रस्ताव रखे जाएंगे। गुजरात में जल संकट, औद्योगिक नीतियां और आदिवासी अधिकारों जैसे स्थानीय मुद्दों पर जोर दिया जाएगा। पार्टी की विचारधारा और भविष्य की रणनीति पर विमर्श किया जाएगा।
64 साल बाद गुजरात में अधिवेशन
बता दें कि कांग्रेस गुजरात में 64 साल बाद कार्यक्रम कर रही है। इससे पहले 1961 में भावनगर में अधिवेशन हुआ था। यह आजादी के बाद गुजरात में कांग्रेस का पहला कार्यक्रम था। इस साल महात्मा गांधी के बतौर कांग्रेस अध्यक्ष 100 साल पूरे हो रहे हैं। इसके अलावा सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती भी है। दोनों ही महान विभूतियां गुजरात में पैदा हुई थीं, इसलिए कांग्रेस पार्टी ये अधिवेशन गुजरात में कर रही है।
मंगलवार को 4 घंटे चली बैठक
अधिवेशन के पहले दिन मंगलवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक चार घंटे चली। बैठक में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी शामिल हुए। बैठक में संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा हुई। गुजरात में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने, चुनावी रणनीतियों और नीतियों पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक के बाद कांग्रेसी नेताओं ने सरदार वल्लभभाई पटेल स्मारक में ग्रुप फोटो खिंचवाई।
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने बताया कि बैठक में पार्टी के सभी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई, जिनमें आर्थिक, राजनीतिक और संगठनात्मक मुद्दे शामिल हैं। बैठक के दौरान पार्टी ने विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया। विदेश नीति, राजनीतिक स्थिति, और मौजूदा आर्थिक संकट पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि अमेरिकी टैरिफ के कारण आए आर्थिक बदलावों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इसके अलावा, पार्टी संगठन में सुधार के लिए संभावित बदलावों पर भी विचार किया गया।