Akhilesh Yadav:ओम बिरला को बुधवार (20 जून को) लोकसभा का स्पीकर चुन लिया गया। इस दौरान सभी सांसदों ने उन्हें बधाई। समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने नए स्पीकर को बधाई तो दी है, साथ ही बड़े चुटिले अंदाज में तंज भी कस दिया। अखिलेश यादव ने ओम बिरला से कहा कि हम सभी आपके सभी न्याय संगत फैसले में आपके साथ है, लेकिन अगले पांच साल सदन, आपके इशारे पर चले, इसका उलटा ना हो।
'उम्मीद हर सांसद और दल को बराबरी का मौका देंगे'
अखिलेश यादव ने कहा कि आप इस सदन के स्पीकर दोबारा चुने गए हैं। जहां आपके पास पुराने पांच साल का अनुभव रहा है, वहीं आपके पुराने और नए सदन का भी अनुभव रहा है। मैं अपनी तरफ से और अपने साथ के सभी सदस्यों की ओर से आपको बधाई देता हूं। जिस पद पर आप बैठे हैं, उससे बहुत सारी गौरवशाली परंपराएं जुड़ी है। हम सब मानते हैं कि लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर आप बिना भेदभाव के और हर सांसद और हर दल को बराबरी का मौका और सम्मान देंगे।
#WATCH | SP chief Akhilesh Yadav says, "...I congratulate you and extend you best wishes on behalf of all my colleagues. The post that you are occupying has glorious traditions attached to it. We believe that this will continue without any discrimination and as Lok Sabha Speaker… pic.twitter.com/bvtyX892Ib
— ANI (@ANI) June 26, 2024
'निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी'
अखिलेश यादव ने कहा कि निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी है। आप लोकतांत्रिक न्याय के मुख्य न्यायधीश की तरह बैठे हैं। हम सब की आपसे अपेक्षा है कि किसी भी जन प्रतिनिधि को दबाई ना जाए और ना ही निष्काषन जैसी कार्रवाई सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाए। आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता ही है सत्ता पक्ष पर भी रहे। आपके ईशारे पर सदन चले, इसका उल्टा ना हो। हम आपके हर न्याय संगत फैसले के साथ खड़े हैं। मैं आपको एक बार फिर से इस अध्यक्ष पद पर बैठने के लिए बहुत बहुत बधाई देता हूं।
नए संसद भवन की कमियां भी गिना दी
सपा सांसद ने कहा कि मैं इस नए सदन में पहली बार आया हूं। मुझे लगा की स्पीकर की कुर्सी बहुत ऊंची होगी। मैं जिस सदन को छोड़कर आया हूं अध्यक्ष जी उसकी कुर्सी बहुत ऊंची है। मैं किससे कहूं कि यह कुर्सी और भी ऊंची हो जाए। जहां यह नया सदन है, पत्थर तो बहुत अच्छे लगे हैं लेकिन दरार में मुझे अब भी कुछ सिमेंट लगा दिखाई दे रहा है। अध्यक्षजी मुझे उम्मीद है कि आप जितना सत्ता पक्ष का सम्मान करेंगे, उतना ही विपक्ष को भी अपनी बात रखने का मौका देंगे।