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Bharat Bandh: दलित संगठनों ने बुधवार, 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान किया। दलित संगठन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतरे। जानें देश में कहां कैसे रहे हालात।

Bharat Bandh: दलित संगठनों ने बुधवार, 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान किया। दलित संगठन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ देश भर में सड़कों पर उतरे। बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने का फैसला दिया था। कई दलित और आदिवासी संगठनों ने इस फैसले को कमजोर और असंवैधानिक बताया है। इसी फैसले के खिलाफ बुधवार को देश भर में विरोध प्रदर्शन और चक्का जाम किया। 

दलित संगठनों ने (Dalit organizations) ने मांग की है कि इस फैसले को वापस लिया जाए और आरक्षण की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। यहां जानें, दलित संगठनों के इस देशव्यापी हड़ताल की वजह से कहां, कैसे रहे हालात

  • बिहार: आरा और दरभंगा में ट्रेनें रोकी गईं
    आरा में प्रदर्शनकारियों ने रेल पटरियों पर नारेबाजी की, जिससे गाड़ियों की आवाजाही रुक गई। प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक पर बैठकर अपनी मांगों को जोरदार तरीके से रखा।  पटना में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया गया। डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर केनन का भी इस्तेमाल किया।जहानाबाद, सहरसा और पूर्णिया में हाईवे जाम किया गया, जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हुई।
  • राजस्थान: बॉर्डर जिलों में भारी प्रदर्शन, स्कूल और इंटरनेट बंद
    राजस्थान-पाकिस्तान बॉर्डर के जिले बाड़मेर में निकाली गई रैली में सैकड़ों लोग शामिल हुए। लोगों ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर सरकार के फैसले का विरोध किया। जयपुर समेत 16 जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। भरतपुर में एहतियातन इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं ताकि किसी भी प्रकार की अफवाह न फैले। अलवर में रोडवेज की बसें रोकी गईं और मुख्य मार्गों को प्रदर्शनकारियों ने जाम कर दिया, जिससे लोगों को आने जाने में दिक्कतें हुईं।
  • मध्य प्रदेश: ग्वालियर में भी एहतियातन बंद रहे स्कूल
    मध्य प्रदेश के उज्जैन में प्रदर्शनकारियों और दुकानदारों के बीच झड़प हो गई। प्रदर्शनकारी बाजार बंद कराने पहुंचे थे, लेकिन कुछ दुकानदारों ने इसका विरोध किया, जिससे दोनों पक्षों में बहस और धक्का-मुक्की हो गई। ग्वालियर में भी एहतियातन स्कूलों को बंद रखा गया है। यहां भी बंद का व्यापक असर देखने को मिला। भोपाल में भी विरोध प्रदर्शन के दौरान कई जगहों पर दुकानें बंद रहीं और सड़कों पर जाम लगा। प्रदर्शनकारियों ने शहर के विभिन्न हिस्सों में मार्च निकालते हुए अपने विरोध को दर्ज किया।
  • उत्तर प्रदेश: आगरा में कलेक्ट्रेट पर बसपा का झंडा लहराया
    यूपी के जालौन में प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। आगरा में भी बसपा कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर दुकानें बंद करवाईं और कलेक्ट्रेट पर बसपा का झंडा लहराया।
  • पंजाब: बंद का दिखा बेहद कम असर
    पंजाब में बंद का असर कम देखा गया। जालंधर में दलित-आदिवासी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया, जबकि वाल्मीकि समाज ने बंद का विरोध करते हुए लड्डू बांटे।
  •  जल्द ही दलित प्रतिनिधियों से बातचीत कर सकती है सरकार
     सरकार की ओर से संकेत मिल रहे हैं कि विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जल्द ही दलित और आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की जा सकती है। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही बयान देकर क्रीमी लेयर लागू नहीं करने की बात कही है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उठी चिंताओं को लेकर समाधान की कोशिशें की जाएंगी।
  • जयपुर में रैपिड एक्शन फोर्स ने किया फ्लैग मार्च
    जयपुर में बुधवार को दलित संगठनों की ओर से भारत बंद के समर्थन में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया। इससे पहले पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़े कर दिए। अल्बर्ट हाॅल से दलित संगठनों का प्रदर्शन शुरू होने से पहले रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों ने फ्लैग मार्च किया।

  • पटना में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर बरसाई लाठियां
    बिहार की राजधानी पटना में बुधवार को भारत बंद के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम करने की कोशिश की। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मनाने की कोशिश, प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां बरसाई।

  • बिहार के दरभंगा में ट्रेन पर चढ़े प्रदर्शनकारी 
    बिहार के दरभंगा में दलित संगठनों के कार्यकर्ता दरभंगा जंक्शन पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर आ गए। दलित कार्यकर्ता स्टेशन पर खड़ी दिल्ली-बिहार एक्सप्रेस के इंजन पर चढ़ गए। प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। घंटों की मशक्कत के बाद आरपीएफ ने सभी प्रदर्शनकारियों को रेलवे ट्रैक से हटाया। 

  • जयपुर के एमआई रोड इलाके में दुकानें बंद रहीं
    राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी भारत बंद का असर नजर आया। राजधानी के एमवाई इलाके में दुकानों का शटर गिरा रहा। शहर के कई दूसरे इलाकों में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला।

  • बिहार के आरा में रेलवे ट्रैक जाम किया गया
    बिहार के आरा जिले में बुधवार को दलित संगठनों की ओर से बुलाए गए भारत बंद के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे लेफ्ट पार्टियसों के समर्थक रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। हाथों में लाल झंडा लिए इन प्रदर्शनकारियों को बाद में पुलिस ने समझाकर शांत कराया। 

  • जहानाबाद में नेशनल हाइवे जाम किया
    बिहार में भी भारत बंद का असर नजर आ रहा है। बिहार के जहानाबाद में दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाइवे 83 को जाम कर दिया।

  • दिल्ली में बंद का कोई असर नहीं
    दिल्ली में आज भारत बंद का कोई खास असर नहीं दिखा। दिल्ली के व्यापारिक संगठन CTI ने घोषणा की है कि दिल्ली के सभी 700 बाजार (Delhi markets open) सामान्य रूप से खुले रहेंगे। CTI के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने कहा कि हमने अलग-अलग मार्केट एसोसिएशन के साथ बातचीत की, जिसमें सभी ने बंद का समर्थन नहीं करने का फैसला किया है। इसके अलावा, दिल्ली के 56 इंडस्ट्रियल एरिया भी खुले रहेंगे, जिससे बिजनेस पर बंद का कोई असर नहीं होगा।

  • झारखंड में दिख रहा भारत बंद का असर
    झारखंड के गिरिडीह में भारत बंद का व्यापक प्रभाव देखा गया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ लोगों में नाराजगी दिखी, और वे सड़कों पर उतर आए। सरकारी परिवहन (Public transport) सेवाएं यानी कि सरकारी बस सर्विस प्रभावित हुई हैं। लंबी दूरी की गाड़ियों की आवाजाही बंद हो गई है। गिरिडीह के बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा हुआ है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकर्ताओं ने सुबह से ही बंद को सफल बनाने की कोशिशें शुरू कर दी। 

  • राजस्थान के सवाई माधोपुर में स्कूल-कॉलेज बंद
    राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में आज भारत बंद का असर दिखा। सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूल और कॉलेज बंद रहे। इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गईं। जिले के कोचिंग संस्थान, आंगनवाड़ी और पुस्तकालय भी बंद रहे। सरकारी शिक्षकों और कर्मचारियों को अपने संस्थानों में उपस्थिति दर्ज करनी पड़ी। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।

क्या है NACDAOR की मांगें
राष्ट्रीय दलित और आदिवासी संगठनों के महासंघ (NACDAOR) ने भारत बंद के समर्थन में एक मांग-पत्र जारी किया है। दलित संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले (Supreme Court decision) को वापस लेने की मांग की है। NACDAOR ने अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए नए संसद अधिनियम की मांग की है, जिसे संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने सरकारी सेवाओं में SC/ST/OBC कर्मचारियों के जाति-आधारित आंकड़ों की तत्काल रिहाई की मांग की है।

कई पार्टियां कर रहीं बंद का समर्थन
बहुजन समाजवादी पार्टी (BSP), राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और चिराग पासवान की पार्टी सहित कई राजनीतिक दलों ने भारत बंद का समर्थन किया है। साथ ही, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को भी समर्थन मिला है। कांग्रेस सहित कुछ अन्य दलों के नेता भी इस बंद के समर्थन में हैं। हालांकि, कुछ राज्यों में बंद का असर व्यापक हो सकता है, लेकिन आपातकालीन सेवाएं (Emergency services) और आवश्यक सेवाएं चालू रहेंगी। सरकार ने कहा है कि सरकारी दफ्तर, बैंक, स्कूल और कॉलेज सामान्य रूप से काम करेंगे।

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