Shakti Remark Row: लोकसभा चुनाव से पहले ही भाजपा और कांग्रेस के बीच बयानबाजी को लेकर जंग छिड़ती नजर आ रही है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) कांग्रेस नेता राहुल गांधी के शक्ति वाले बयान (Shakti Remark) का मुद्दा जोर-शोर से उठा रही है। बीजेपी ने बुधवार को चुनाव आयोग के पास इस बयान को लेकर शिकायत दर्ज कराई। चुनाव आयोग को दिए ज्ञापन में बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने "शक्ति के खिलाफ लड़ाई" वाला बयान 'शक्ति' से जुड़े धार्मिक मूल्यों का अपमान करने के लिए दुर्भावनापूर्ण इरादे से दिया था।
राहुल के बयान से हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंची: BJP
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि राहुल का बयान जिसमें वे कहते हैं कि लड़ाई शक्ति से है। यह हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है। देश में हिंदुओं का एक बड़ा वर्ग अपने धार्मिक रिवाजों में शक्ति की पूजा करता है। यहां तक कि शक्ति संप्रदाय भी है, जो देवी को शक्ति के रूप में पूजता है।
पीएम मोदी ने राहुल के बयान को चुनावी मुद्दा बनाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दो दिनों में दक्षिण भारत के अलग-अलग राज्यों में हुई अपनी रैलियों में राहुल गांधी के बयान की जमकर आलोचना की। इसी के बहाने मुंबई में हुई विपक्षी गठबंधन की रैली पर निशाना साधा और विपक्ष को सनातन विरोधी विरोधी करार दे दिया। इतना ही नहीं शक्ति वाले बयान (Shakti Remark) पर भाजपा की ओर से भी दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई थी। जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस को माओवादी, अलगाववादी और हिंदू विरोधी विचारों को लेकर चलने वाली पार्टी करार दिया। (पढ़ें पूरी खबर...)
राहुल ने सोमवार X पोस्ट के जरिए दी थी सफाई
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बीते सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी तरफ से सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि मोदीजी हमेशा मेरी बातों का अर्थ बदलने की कोशिश करते हैं। मैंने जिस शक्ति का जिक्र किया, वो किसी प्रकार की कोई धार्मिक शक्ति नहीं, वह अधर्म और असत्य की शक्ति है। (पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...)