Building Collapse in Kolkata: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मेटियाब्रुज इलाके में रविवार आधी रात बड़ा हादसा हुआ। एक पांच मजिला बिल्डिंग ढह गई। इससे आसपास की झुग्गी-झोपड़ियां भी चपेट में आ गईं। मलबे में दबकर दो महिलाओं की मौत हो गई। जबकि 13 लोगों को मलबे से बाहर निकालकर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसा स्थल का दौरा किया है। उन्होंने बताया कि बचाव ऑपरेशन चल रहा है। मृतकों और घायलों के परिजनों को आर्थिक मदद दी जाएगी।
पश्चिम बंगाल के अग्निशमन और आपातकालीन सेवा मंत्री सुजीत बोस ने कहा कि बचाव अभियान के तहत अभी 13 लोगों को बचाया गया है। मलबे में और लोगों के फंसे होने की आशंका है। मृतकों की शिनाख्त शहना बेगम (47 साल) और हसीना खातून (55 साल) के रूप में हुई है।
#WATCH | West Bengal CM Mamata Banerjee reaches the incident site in Metiabruz, South Kolkata where a 5-storey under-construction building collapsed.
— ANI (@ANI) March 18, 2024
According to WB Fire and Emergency Services Minister Sujit Bose, 2 deaths have been reported and 13 people have been rescued. pic.twitter.com/zmkacp3cg1
मुस्लिम बहुल है इलाका
कोलकाता नगर निगम के वार्ड नंबर 134 में यह हादसा रात करीब 12 बजे हुआ। मुस्लिम बहुल इस इलाके में घनी बस्ती है। निर्माणाधीन बिल्डिंग के आसपास झोपड़ियां थीं। बिल्डिंग एक झोपड़ी पर गिरी। स्थानीय लोगों ने अवैध निर्माण का आरोप लगाया है। इसमें प्रशासन की भी मिलीभगत है। भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर इंद्रनील खां घटनास्थल पर पहुंचे। लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया।
#WATCH | West Bengal | Search & rescue operation underway in Metiabruz, South Kolkata, after a 5-storey under-construction building collapsed. Further details awaited. pic.twitter.com/ovhbwX9uFi
— ANI (@ANI) March 18, 2024
ममता बनर्जी ने जताया दुख
हादसा स्थल पर पहुंचने से पहले ममता बनर्जी ने एक्स पोस्ट में लिखा कि कोलकाता नगर निगम के गार्डन रीच क्षेत्र में एक निर्माणाधीन इमारत के ढहने की घटना के बारे में जानकर दुख हुआ। मेयर, अग्निशमन मंत्री, सचिव और पुलिस आयुक्त, नागरिक, पुलिस, अग्निशमन और आपदा प्रबंधन अधिकारी और टीमें पूरी रात साइट पर रही हैं। मृतकों के परिजनों और घायल व्यक्तियों के लिए मुआवजा प्रदान करेंगे। हम संकटग्रस्त परिवारों के साथ खड़े हैं और बचाव अभियान जारी रहेगा।