Bansal Group Bribe Case: केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने घूसखोरी से जुड़े एक मामले में रविवार को बड़ी सफलता हासिल की। सीबीआई अधिकारियों ने मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में एक साथ 5 ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के जनरल मैनेजर (GM) को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में नागपुर से गिरफ्तार किया। हरदा से एनएचएआई के डिप्टी जनरल मैनेजर (DGM) को भी पकड़ा गया है। साथ ही भोपाल से बंसल कंस्ट्रक्शन वर्क प्राइवेट लिमिटेड के 2 डायरेक्टर और 2 कर्मचारी भी अरेस्ट हुए हैं। सीबीआई के मुताबिक, छापेमारी के दौरान कुल 1.10 करोड़ रुपए कैश जब्त किया गया।
इन 6 लोगों की हुई गिरफ्तारी
सीबीआई ने एनएचआई के जनरल मैनेजर और प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद काले और बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के डायरेक्टर्स समेत 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। नागपुर से अरविंद काले और हरदा से हाईवे अथॉरिटी के डिप्टी जीएम बृजेश कुमार साहू की गिरफ्तारी हुई। उन पर भोपाल की बंसल कंस्ट्रक्शन वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारियों से घूस लेने का आरोप है। यह कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में कार्य करती है। बंसल कंस्ट्रक्शन के डायरेक्टर अनिल बंसल और कुणाल बंसल, कंपनी के कर्मचारी सी कृष्णा और छतर सिंह की भी गिरफ्तारी हुई।
11 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को नागपुर, भोपाल और हरदा के 5 ठिकानों पर एक साथ तलाशी ली गई। इनमें अधिकारियों के रहवासी और दफ्तर शामिल हैं। इस दौरान कुल 1.10 करोड़ रुपए की कैश बरामद हुआ, जिसमें घूस के तौर पर दी गई रकम भी शामिल है। अरविंद काले, कंपनी और उसके डायरेक्टर समेत 11 आरोपियों के खिलाफ रिश्वत के मामले में केस दर्ज किया गया है। कार्रवाई को लेकर अब तक बंसल ग्रुप की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
घूसखोरी को लेकर CBI को मिला था इनपुट
सीबीआई को इनपुट मिला था कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में कंस्ट्रक्शन वर्क करने वाली बंसल कंस्ट्रक्शन के डायरेक्टर कथित तौर पर अनुचित लाभ लेने के लिए एनएचएआई के अफसरों को रिश्वत दे रहे हैं। यह कार्य कंपनी के कुछ कर्मचारियों के माध्यम से किया जा रहा था। ताकि कंपनी को काम पूरा करने का सर्टिफिकेट जारी किए जाएं। बिल प्रोसेस में तेजी से तेजी लाई जाए और हाईवे अथॉरिटी के अफसर कंपनी को मिले रोड प्रोजेक्ट के काम में कोई रुकावट पैदा न करें। इसके बाद सीबीआई ने जाल बिछाकर घूसकांड का पर्दाफाश किया।
ऐसे धरे गए घूसखोर अफसर
आरोप है कि बंसल कंस्ट्रक्शन के कर्मचारी सी कृष्णा और छत्तर सिंह लोधी आउटर रिंग रोड प्रोजेक्ट के कुछ लंबित बिलों के भुगतान और प्रोजेक्ट पूरा करने का प्रमाण पत्र जारी करने समेत अन्य लंबित मामलों को निपटाने के लिए एनएचएआई के अनिल काले, जनरल मैनेजर एंड प्रोजेक्ट डायरेक्टर, पीआईयू, नागपुर के संपर्क में थे। अनुचित लाभ लेने के लिए काले को 25 लाख रुपए घूस देनी थी। जैसी ही कर्मचारियों ने NHAI अफसरों 20 लाख रुपए रिश्वत दी। सीबीआई ने दोनों को दबोच लिया।