Congress Press briefing: लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले बैंक अकाउंट फ्रीज किए जाने को लेकर कांग्रेस की तरफ से गुरुवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इस मौके पर पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारी पार्टी कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास कर रहे हैं। ये लोकतंत्र पर हमला है।
हमारे खातों से जबरन पैसा छीना जा रहा
सोनिया गांधी ने कहा कि जनता से जुटाए गए चंदे को रोका जा रहा है और हमारे खातों से जबरन पैसा छीना जा रहा है। अगर कांग्रेस किसी भी तरह से चुनाव प्रचार में खर्च नहीं करती तो चुनाव किस बात के लिए हो रहा है। पिछले एक महीने से हम हमारे 285 करोड़ का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। अगर हम कोई काम नहीं कर सकते तो लोकतंत्र कैसे जिंदा रहेगा। फिर भी इन सभी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक तरफ 'इलेक्टोरल बॉन्ड' का मुद्दा है। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक करार दिया है। चुनावी बांड से भाजपा को भारी और बड़े पैमाने पर फायदा हुआ है। दूसरी ओर प्रमुख विपक्षी दल, कांग्रेस की वित्तीय स्थिति पर लगातार हमले हो रहे हैं।
A systematic effort is underway by the Prime Minister to cripple the Indian National Congress financially. Funds collected from the public are being frozen, and money from our accounts is being taken away forcibly.
— Congress (@INCIndia) March 21, 2024
However, even under these most challenging circumstances, we… pic.twitter.com/9a72ujK3QC
राहुल गांधी बोले- अदालत, आयोग सब संस्थाएं चुप
मां सोनिया गांधी जैसा ही आरोप सांसद राहुल गांधी ने भी लगाए। उन्होंने कहा कि हमारे सभी बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। हम अपना प्रचार नहीं कर सकते। हमारे नेता देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक यात्रा नहीं कर सकते। हम अपने विज्ञापन देने में असमर्थ हैं। ऐसा चुनाव प्रचार से दो महीने पहले किया जा रहा है।
यह कांग्रेस पार्टी के खिलाफ पीएम और गृह मंत्री द्वारा की गई आपराधिक कार्रवाई है। चुनाव से पहले हमें पंगु बनाने के लिए यह साजिश रची जा रही है। देश में ऐसी संस्थाएं हैं जिनसे लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा करने की अपेक्षा की जाती है। कोई अदालत कुछ नहीं कह रही, चुनाव आयोग चुप है, कोई संस्था कुछ नहीं कह रही और मीडिया कुछ नहीं कह रहा। आज भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है। भारत के लोगों से उनका संविधान और लोकतांत्रिक ढांचा छीना जा रहा है।
All our bank accounts have been frozen. We cannot do our campaign work. We cannot support our workers and candidates. Our leaders cannot travel from one part of the country to the other. We're unable to put out our ads.
— Congress (@INCIndia) March 21, 2024
This is being done two months before the election campaign.… pic.twitter.com/Y3gaMDER8r
खड़गे बोले- संसाधनों पर भाजपा की मोनोपॉली
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र के लिए चुनाव अनिवार्य होता है। साथ ही यह भी आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दल के लिए लेवल प्लेयिंग फील्ड हो। ये नहीं कि जो सत्ता में है, संसाधनों पर उनकी मोनोपॉली हो और देश की संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनका नियंत्रण हो। सुप्रीम कोर्ट ने जिस चुनावी चंदे की स्कीम को अवैध व असंवैधानिक कहा, उस स्कीम के तहत BJP ने हजारों-करोड़ रुपए अपने बैंक खातों में भर लिए हैं। वहीं, दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल (कांग्रेस) का बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है, ताकि हम पैसों के अभाव में बराबरी के साथ चुनाव न लड़ पाएं।
क्यों कांग्रेस भाजपा पर लगा रही आरोप?
दरअसल, इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल ने 16 फरवरी को कांग्रेस के फ्रीज खातों पर लगी रोक हटाई थी। इससे एक घंटे पहले कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया। पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन ने आरोप लगाया था कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने यूथ कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी से 210 करोड़ रुपए की रिकवरी मांगी है।
कांग्रेस पार्टी को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 13 फरवरी को 105 करोड़ के बकाया टैक्स की वसूली के लिए नोटिस भेजा था। डिपार्टमेंट ने कांग्रेस पर 210 करोड़ का जुर्माना लगाया और बैंक खाते फ्रीज कर दिए थे। इनकम टैक्स की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस नेता और वकील विवेक तन्खा दिल्ली हाईकोर्ट गए। कोर्ट ने आईटी की कार्रवाई को रोकने की याचिका खारिज कर दी थी।