DG Coast Guard Rakesh Pal Death: भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के महानिदेशक (DG) राकेश पाल का रविवार को चेन्नई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। अधिकारियों के अनुसार, उन्हें अस्वस्थ महसूस होने पर राजीव गांधी सरकारी जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा था। कोस्ट गार्ड में 34 साल का अनुभव रखने वाले राकेश पाल जुलाई 2023 में तटरक्षक बल के 25वें महानिदेशक बने थे।
राजनाथ सिंह ने राकेश पाल को दी श्रद्धांजलि
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनके असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा- "चेन्नई में आज भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल जी के निधन से गहरा दुख हुआ है। वह एक अत्यंत सक्षम और समर्पित अधिकारी थे, जिनके नेतृत्व में तटरक्षक बल ने भारत की समुद्री सुरक्षा को और मजबूत किया। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।"
Deeply saddened at the untimely demise of Shri Rakesh Pal, DG, Indian Coast Guard in Chennai today. He was an able and committed officer under whose leadership ICG was making big strides in strengthening India’s maritime security. My heartfelt condolences to his bereaved family.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 18, 2024
पिछले साल जुलाई में कोस्ट गार्ड के 25वें DG बने
न्यूज एजेंसी पीटीआई द्वारा साझा तस्वीरों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को राजीव गांधी सरकारी जनरल अस्पताल में राकेश पाल को अंतिम सम्मान देते हुए देखा गया। राकेश पाल भारतीय नौसेना अकादमी के पूर्व छात्र थे, वे जनवरी 1989 में भारतीय तटरक्षक बल में शामिल हुए। उन्होंने 34 वर्षों के अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और जुलाई 2023 में तटरक्षक बल के 25वें महानिदेशक बने।
गनर के रूप में खास योग्यता वाले पहले अधिकारी
गनरी और हथियार प्रणालियों में विशेषज्ञता के साथ राकेश पाल कोस्ट गार्ड के पहले अधिकारी थे, जिन्होंने गनर के रूप में विशेष योग्यता हासिल की। उन्होंने समुद्र में अपने व्यापक अनुभव के दौरान कई प्रकार के आईसीजी जहाजों की कमान संभाली, जिनमें आईसीजीएस समरथ, आईसीजीएस विजित और आईसीजीएस सुचेता कृपलानी शामिल हैं। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कई प्रमुख अभियानों और अभ्यासों का नेतृत्व किया, जिसमें करोड़ों रुपए के ड्रग्स, नशीले पदार्थों और सोने की जब्ती भी शामिल है।
डीजी राकेश पाल को कई सेवा मेडल से सम्मानित हुए
अपनी उत्कृष्ट सेवा के लिए राकेश पाल को अति विशिष्ट सेवा मेडल (एवीएसएम), राष्ट्रपति तटरक्षक मेडल (पीटीएम) और तटरक्षक मेडल (टीएम) से सम्मानित किया गया था। राकेश पाल अपने पीछे पत्नी दीपा पाल और दो बेटियां स्नेहल और तारुशी को छोड़ गए हैं।