Train Accident: उत्तर प्रदेश के गोंडा में गुरुवार दोपहर पटरी से उतरी चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के ड्राइवर ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। लोको पायलट ने कहा कि दुर्घटना से पहले उन्होंने तेज धमाके जैसी आवाज सुनी। ट्रेन के एक मुसाफिर ने भी धमाके का जिक्र किया है। उसने बताया कि मुझे हाजीपुर जाना था, (घटना से पहले) एक विस्फोट जैसी आवाज सुनी थी। उसके बाद जोरदार झटका लगा और हमारा कोच पटरी से उतर गया। हम चंडीगढ़ से इंजन के पास लगे एसी कोच में सवार हुए थे।
#WATCH | Gonda Train Derailment | A passenger travelling in the Dibrugarh-Chandigarh Express claims, "I had to go to Hajipur... There was a mild explosion (before the incident) and after that a strong jolt was felt and our coach derailed. We were coming from Chandigarh..." pic.twitter.com/ytD0UhSfWB
— ANI (@ANI) July 18, 2024
एक्सप्रेस ट्रेन के 23 में से 21 डिब्बे पटरी से उतरे
- चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के 23 में से 21 डिब्बे पटरी से उतरे हैं, जिनमें 5 एसी कोच, एक जनरल डिब्बा और पेंट्री भी शामिल हैं। हादसे में 4 यात्रियों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा घायल हो गए। मौके पर चिकित्सा और आपातकालीन टीमें मौजूद हैं। यह रेल हादसा गोंडा में झुलाही रेलवे स्टेशन से कुछ किलोमीटर पहले हुआ।
- हादसे वाली जगह से आई तस्वीरों में दर्जनों यात्री ट्रैक के किनारे असहाय खड़े नजर आए। एक यात्री ने कहा, "मैं बाल-बाल बच गया, खुशी है कि मैं सुरक्षित हूं। चिंता मत करो, मैं ठीक हूं।" वीडियो में दिख रहा है कि लोग पटरी से उतरे कोचों से अपना सामान निकाल रहे हैं। एक कोच पलट गया था, जिस पर कुछ यात्री खड़े थे।
मृतकों के लिए 10 लाख मुआवजे का ऐलान
रेल मंत्रालय ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपए और मामूली घायलों को 50,000 रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। रेलवे मेडिकल वैन साइट पर पहुंची और जरूरत मंदों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई गई।
हादसे के बाद इस रूट की कई गाड़ियां रद्द
इस रूट की अन्य ट्रेनों को रद्द या डायवर्ट कर दिया गया है, जिनमें कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस और गुवाहाटी-श्रीमाता वैष्णोदेवी कटरा एक्सप्रेस शामिल हैं। उत्तर पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज सिंह ने यह जानकारी दी। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी घटना की जानकारी दी गई है। योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने बताया कि दुर्घटना स्थल पर मौजूद अधिकारियों को घायलों को अस्पताल ले जाने और उचित इलाज प्रदान करने का निर्देश दिया गया है।
उत्तर पूर्व रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए:
- वाणिज्यिक नियंत्रण: 9957555984
- फुर्केटिंग (एफकेजी): 9957555966
- मारियानी (एमएक्सएन): 6001882410
- सिमलगुड़ी (एसएलजीआर): 8789543798
- तिनसुकिया (एनटीएसके): 9957555959
- डिब्रूगढ़ (DBRG): 9957555960
- लखनऊ: 8957409292
- गोंडा: 8957400965
कांग्रेस ने मांगा पीएम मोदी और रेलमंत्री का इस्तीफा
रेल हादसे को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से गोंडा और उससे पहले हुए अन्य हादसों की जिम्मेदारी लेने और इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- "प्रधानमंत्री और उनके रेल मंत्री, जो स्वयं की प्रचार-प्रसार का कोई मौका नहीं छोड़ते, को भारतीय रेलवे में हो रही बड़ी चूकों की सीधी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हमारे गहरे संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं और घायलों के लिए दुआ करते हैं। महीनेभर पहले सीलदह-अगरतला कांचनजंगा एक्सप्रेस के साथ मालगाड़ी की टक्कर में 11 लोगों की जान चली गई थी।"