Election Commission ultimatum: गृह मंत्री द्वारा 150 जिला कलेक्टर्स को धमकाने के आरोपों पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश को आज ही जवाब देने का आदेश दिया गया है। चुनाव आयोग ने रमेश की सात दिन की मोहलत की मांग को खारिज करते हुए 3 जून को शाम 7 बजे तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
जयराम रमेश ने क्या किया था दावा
1 जून को जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि गृह मंत्री ने वोट काउंटिंग से पहले 150 जिला कलेक्टर्स/DMs को फोन करके धमकाया है। इसके बाद चुनाव आयोग ने 2 जून को रमेश को इन अधिकारियों की जानकारी देने का निर्देश दिया था। रमेश ने इसके लिए सात दिन का समय मांगा था, जिसे चुनाव आयोग ने अस्वीकार कर दिया।
-Jairam Ramesh alleged that HM Shah called 150 DMs to manipulate results
— Mr Sinha (Modi's family) (@MrSinha_) June 3, 2024
-ECI issued a notice saying disclose the names of those DMs
-Jairam Ramesh asked one week to respond
-ECI says not a week, we want an answer by 7 pm today itself
ECI is in full Beltey Beltey mood 💀 pic.twitter.com/YZTu6hcNWt
आयोग ने जयराम रमेश को भेजी चिट्ठी
चुनाव आयोग ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि जयराम रमेश ने जो भी आरोप लगाए हैं वह मतगणना की प्रक्रिया पर सवाल उठाने वाले हैं। चिट्ठी में लिखर गया कि अब तक किसी भी DM ने ऐसी कोई भी घटना के बारे में जानकारी नहीं दी है। लिहाजा, हम आपकी ओर से जवाब दाखिल करने के सात दिन का समय देने की मांग खारिज करते हैं। आयोग ने जयराम रमेश से कहा है कि आप आज शाम 7 बजे तक ही तथ्यों के साथ अपना जवाब हमें सौंप दें। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे, तो हम यह मान लेंगे कि आपके कोई ठोस जवाब नहीं है। इसके बाद आयोग आगे की कार्रवाई करेगा।
जयराम रमेश ने गृह मंत्री शाह पर लगाए थे आरोप
जयराम रमेश ने 1 जून को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इससे जुड़ा पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने लिखा था कि निवर्तमान गृह मंत्री आज सुबह से जिला कलेक्टर्स को फोन करके उनसे बात कर रहे हैं। वे अब तक 150 अफसरों से बात कर चुके हैं। अफसरों को धमकाया जाना शर्मनाक है और मंजूर नहीं है। लोकतंत्र धमकियों से नहीं बल्कि जनादेश से चलता है। 4 जून को जनादेश आएगा और नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और बीजेपी सत्ता से बाहर होगह। इसके साथ ही दावा किया कि INDIA गठबंधन चुनाव में जीत हासिल करेगा। रमेश ने कहा कि अफसरों को किसी भी तरह के दबाव में नहीं आना चाहिए। उन्हें संविधान की रक्षा करनी चाहिए।"
चुनाव आयोग ने जयराम रमेश के दावों पर क्या कहा?
चुनाव आयोग ने 2 जून को इस मामले का संज्ञान लिया और जयराम रमेश को पत्र लिखकर कहा, "आचार संहिता लागू होने के दौरान सभी अधिकारी आयोग को रिपोर्ट करते हैं। अब तक किसी भी DM ने ऐसी जानकारी नहीं दी है, जैसा कि आप दावा कर रहे हैं। आपके ऐसे बयान काउंटिंग प्रक्रिया पर संदेह पैदा करते हैं। आपसे अनुरोध है कि आप उन 150 DM की डिटेल हमें दें, जिन्हें गृहमंत्री की तरफ से फोन किए जाने का आप दावा कर रहे हैं। यह जानकारी आप 2 जून को शाम 7 बजे तक दें।"
जयराम रमेश ने क्या दिया था जवाब
रविवार को जयराम रमेश ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस कॉन्फ्रेंस में जयराम रमेश ने कहा था कि कांग्रेस इलेक्शन कमीशन का सम्मान करती है।हालांकि अब तक इस संस्था ने जिस तरह से काम किया है, उसकी वजह से इस पर यकीन नहीं किया जा सकता। चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और इसे बिल्कुल निष्पक्ष होना चाहिए। जयराम रमेश ने कहा कि देश के लोग न सिर्फ पार्टियों और कैंडिडेट्स को बल्कि यह भी देख रहे हैं कि चुनाव आयोग किस तरह से काम कर रहे हैं।