ED Raids in West Bengal Sandeshkhali: प्रवर्तन निदेशालय ने आज गुरुवार तड़के संदेशखाली के माफिया शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों के खिलाफ जमीन हड़पने के आरोप में कई स्थानों पर छापेमारी की। जांच एजेंसी ने अर्धसैनिक बलों के साथ मिलकर शाहजहां के ईंट-भट्ठे समेत चार ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया है। अर्धसैनिक बलों में महिला जवान भी शामिल हैं। शाहजहां इन दिनों सीबीआई की कस्टडी में है। उसे बंगाल पुलिस ने कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर एक नाटकीय मोड़ में 29 फरवरी को गिरफ्तार किया था।
#WATCH | Arrested expelled TMC leader Sheikh Shahjahan taken by CBI, in Kolkata pic.twitter.com/E25oymVmxa
— ANI (@ANI) March 14, 2024
सुबह साढ़े 6 बजे अचानक पहुंची सीबीआई टीम
प्रवर्तन निदेशालय की कई टीमें सुबह करीब साढ़े छह बजे संदेशखाली पहुंचीं। एक टीम शेख शाहजहां के ईंट भट्ठे पर छापेमारी कर रही है तो दूसरी टीम संदेशखाली के धमाखाली इलाके में तलाशी ले रही है। 5 जनवरी को संदेशखली में प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर हुए हमले के मामले में शेख शाहजहां फिलहाल 14 मार्च यानी आज तक सीबीआई की हिरासत में हैं।
ED is conducting raids at multiple locations in West Bengal's Sandeshkhali since early morning in connection with a land-grabbing case against arrested expelled TMC leader Sheikh Shahjahan
— ANI (@ANI) March 14, 2024
हमला मामले में तीन और गिरफ्तार
सीबीआई ने 5 जनवरी की घटनाओं से संबंधित तीन मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है। इस केस में सीबीआई ने शाहजहां के सिक्योरिटी गार्ड और उसके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। 5 जनवरी को कथित राशन वितरण घोटाला मामले की जांच के सिलसिले में शेख शाहजहां के ठिकानों की तलाशी लेने गए जांच एजेंसी के अधिकारियों पर लगभग 1000 लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया था। राशन मामले में राज्य के एक पूर्व मंत्री को गिरफ्तार किया गया है।
संदेशखाली में कई महिलाएं शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। उन पर जमीन हड़पने और जबरदस्ती यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रही हैं। इस विवाद ने तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग छेड़ दी है।
शाहजहां के 9 सहयोगियों को सीबीआई ने किया था तलब
सीबीआई ने सोमवार को मामले में पूछताछ के लिए शेख शाहजहां के नौ सहयोगियों को तलब किया था। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी को संदेह है कि ये 9 व्यक्ति कथित तौर पर प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमले का हिस्सा थे और जब वे संदेशखली में शेख शाहजहां के परिसर पर छापा मारने गए थे तो उन्होंने भीड़ को टीम को निशाना बनाने के लिए उकसाया था।