2024 Lok Sabha Election Updates: भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव ने टीम के साथ शुक्रवार को तमिलनाडु में लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान स्थानीय दलों के नेता भी मौजूद थे। डीएमके नेता आरएस भारती ने बताया कि उन्होंने चुनाव आयोग से मुलाकात की और वीवीपैट के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी चुनाव के लिए तैयार है।
उधर, चेन्नई के पूर्व उप महापौर और भाजपा नेता कराटे त्यागराजन ने कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग को एक लिखित आवेदन दिया है। जिसमें सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की मांग की गई है। संवेदनशील बूथों पर पर्याप्त संख्या में अर्धसैनिक बल तैनात किए जाने और उड़नदस्ते तैनात किए जाने चाहिए।
13 मार्च के बाद हो सकती है घोषणा
मुख्य चुनाव आयुक्त के ताबड़तोड़ दौरों के बीच बड़ा सवाल यह है कि लोकसभा चुनाव कब होंगे? तो इसका संकेत मिल गया है। अधिकारियों द्वारा राज्य का दौरा पूरा करने के बाद चुनाव आयोग 13 मार्च के बाद लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है।
दरअसल, चुनाव आयोग आम चुनाव की तैयारियों का आकलन करने के लिए कई राज्यों का दौरा कर रहा है। एक बार यह पूरा होने के बाद तारीखों की घोषणा की जाएगी। तमिलनाडु के बाद उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर का दौरा किया जाएगा। राज्य का दौरा 13 मार्च से पहले पूरा होने वाला है।
#WATCH | Chennai : Chief Election Commissioner of India along with his team begins review of poll preparedness for Lok Sabha elections in Tamil Nadu pic.twitter.com/fVwaVx99te
— ANI (@ANI) February 23, 2024
मुख्य निर्वाचन अफसरों के साथ हो रही बैठकें
आयोग पिछले कुछ महीनों से तैयारियों का आकलन करने के लिए सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि सीईओ ने संवेदनशील क्षेत्रों, ईवीएम की आवाजाही, सुरक्षा बलों की उनकी आवश्यकता, सीमाओं पर कड़ी निगरानी को सूचीबद्ध किया है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए बना अलग डिपार्टमेंट
चुनाव आयोग इस साल चुनावों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करने की योजना बना रहा है। चुनाव आयोग ने मई से पहले होने वाले लोकसभा चुनावों के स्वतंत्र और निष्पक्ष संचालन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक तैनात करने का फैसला किया है। सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर गलत सूचनाओं को चिह्नित करने और हटाने के लिए ईसीआई के भीतर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए एक अलग डिपार्टमेंट बनाया गया है।
चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर झूठी और भड़काऊ सामग्री को हटाने का काम तेजी से किया जाएगा। यदि कोई पार्टी या उम्मीदवार नियमों का उल्लंघन करना जारी रखता है, तो आयोग कड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को खातों को निलंबित करने या उन्हें ब्लॉक किया जा सकता है। आयोग फैक्ट चेक, गलत सूचना से निपटने और संवेदनशील क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।
1.85 करोड़ लोग पहली बार डालेंगे वोट
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, लोकसभा चुनावों में 96.88 करोड़ लोग मतदान करेंगे। इनमें 18-19 आयु वर्ग के 1.85 करोड़ लोग पहली बार वोट डालेंगे।