External Affairs Minister S Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरा। जयशंकर ने गुजरात के गांधी नगर में पत्रकारों से कहा कि भारत आजादी के बाद से ही आतंकवाद का सामना कर रहा है। अब दहशतगर्दी रोकने की दिशा में काम करने के लिए इंडिया रणनिति बदल गई है। अब इंडिया का एक गाल पर चांटा खाने के बाद दूसरा गाल आगे करने का कोई इरादा नहीं है।
26/11 हमला देश में आतंकवाद के लिहाज से निर्णायक बिंदु
उन्होंने कहा कि देश 1947 में आजाद होने के बाद से ही आतंकवाद से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के पहले दिन से ही हमें आतंक का सामना करना पड़ रहा है, जब तथाकथित हमलावर पाकिस्तार से हमारे देश में दाखिल हुए थे। मुंबई में हुआ 26/11 को हुआ हमला भारत में आतंकवाद के लिहाज से एक निर्णायक बिंदु रहा। इससे पहले लोगों में काफी भ्रम था। जब उन्होंने इसका खौफनाक चेहरा देखा तब उन्हें यकीन हुआ। विदेश मंत्री ने कहा कि अगर कोई क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है तो इसका जवाब देना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है।
आतंकवाद से लड़ने के लिए मजबूत रणनीति की जरूरत
अब भारत पर हमला होता है तो हम सबसे पहले जवाबी एक्शन लेते हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुजरात के गांधीनगर स्थित राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी में यह बात कही। उन्होंने यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। मौजूदा समय में तकनीक रूप से एडवांस होने के साथ ही हमें आतंकी गतिविधियों से लड़ने के लिए एक मजबूत रणनीति की जरूरत है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तल्ख रहे हैं रिश्ते
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के संबंध कभी भी सामान्य नहीं रहे। पाकिस्तान के बनने के बाद से ही दोनों देशों के बीच तल्खी है। भारत ने लगातार पाकिस्तान द्वारा सीमापर से आतंकवाद को बढ़ावा दिए जाने पर चिंता जाहिर की है। भारत सरकार ने अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लिया तो पाकिस्तान ने इसका विरोध किया। इमरान खान की अगुवाई वाली तत्कालीन पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद में भारत के राजदूत को बर्खास्त कर दिया। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच चलने वाले व्यापार पर रोक लगा दी।