Fact Check: चुनाव आयोग में रिक्त पड़े दो आयुक्त पदों काे भरने संबंधी गजट नोटिफिकेशन फर्जी पाया गया है। पीआईबी ने बुधवार को इसके बारे में स्पष्टीकरण जारी किया। बुधवार सुबह से सोशल मीडिया में वायरल हो रहे फर्जी नोटिफिकेशन में नए चुनाव आयुक्त के रूप में राजेश कुमार गुप्ता और प्रियांश शर्मा की नियुक्ति की जानकारी दी गई थी। इस पर पीआईबी ने बुधवार शाम स्पष्टीकरण जारी किया। पीआईबी ने कहा कि ऐसा कोई गजट नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है।
अधीर रंजन चौधरी ने मांगी नॉमिनेटड अफसरों की जानकारी
लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे और अनूप चंद्र पांडे की सेवानिवृत्ति के बाद खाली हुए पदों को भरने की प्रकिया अभी पूरी नहीं हुई है। इन दोनों पदों के लिए नॉमिनेटेड अफसरों को लेकर अटकलें तेज हैं।इन पदों को भरे जाने के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की अगुवाई वाली चुनाव आयोग की टीम मजबूत होगी। चयन प्रक्रिया काे लेकर कई विपक्षी नेताओं ने सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने समिति की बैठक से पहले कानून मंत्रालय से चुनाव आयुक्त पद के लिए नॉमिनेट किए गए अफसरों के बारे में पूरी जानकारी मांगी थी।
A notification regarding the appointment of two Election Commissioners to the Election Commission of India is circulating on social media #PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) March 13, 2024
✔️This notification is #fake
✔️No such Gazette notification has been issued. pic.twitter.com/VUCgl4l8wS
गठित हो चुकी है सर्च और सेलेक्शन कमेटी
नए आयुक्त की नियुक्ति के लिए सर्च कमेटी और सेलेक्शन कमेटी गठित की जा चुकी है। सेलेक्शन कमेटी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एक गठित की गई थी। बता दें कि चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे हाल ही में रिटायर हुए हैं, वहीं, एक अन्य आयुक्त अरुण गोयल ने बीते शुक्रवार को अपने पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था।
कौन हैं सर्च कमेटी और सेलेक्शन कमेटी में?
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की अगुवाई में इसके लिए एक सर्च कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी में होम सेक्रेटरी और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के सेक्रेटरी शामिल हैं। यह पांच-पांच नामो के दो पैनल तैयार करेगी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय नेताओं और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी की सदस्यता वाली सेलेक्शन कमेटी चुनाव आयुक्त रिक्त पड़े दो पदों के लिए अंतिम दो नामों का चयन करेंगे। इसके बाद चुनाव आयुक्तों को राष्ट्रपति नियुक्त करेंगी।
9 मार्च को पूर्व चुनाव आयुक्त ने दिया था इस्तीफा
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच 9 मार्च को पूर्व चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने अचानक इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके इस्तीफे को मंजूरी दे दी थी। 1985 बैच के आईएएस अधिकारी गोयल ने 21 नवंबर, 2022 को चुनाव आयुक्त की जिम्मेदारी संभालने से पहले भारी उद्योग मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्य किया था।