Farmers Protest Updates: किसानों के 13 फरवरी को प्रस्तावित 'दिल्ली चलो' कूच से पहले दिल्ली एनसीआर में गाजीपुर सीमा पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन सुरक्षा की तैयारियों में जुट गई है। दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर सहित कई अन्य इलाकों में बाड़ाबंदी शुरू कर दी है। इसके अलावा हाईवे पर बड़े-बड़े सीमेंट के बैरिकेड रखकर पूरे हाईवे पर सीमेंट की दीवार खड़ी की जा रही है। साथ ही इन बैरिकेडिंग को सीमेंट और कंक्रीट से ब्लॉक किया जा रहा है। जिससे किसान ट्रैक्टर से बैरिकेडिंग न तोड़ पाएं। पिछली बार पुलिस द्वारा की गई बैरिकेडिंग को किसानों ने ट्रैक्टरों से तोड़ दिया था। इसलिए इस बार और भी मजबूती से बैरिकेडिंग की जा रही है।
उधर, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि केंद्र ने उनकी मांगों पर चर्चा के लिए उन्हें 12 फरवरी को आमंत्रित किया है। किसान नेता ने कहा कि तीन केंद्रीय मंत्री- पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत करने के लिए 12 फरवरी को चंडीगढ़ पहुंचेंगे।
#WATCH | Delhi: Security being tightened near Tikri Border, ahead of the farmers' call for March to Delhi on 13th February. pic.twitter.com/52ASwYex9M
— ANI (@ANI) February 11, 2024
दिल्ली की सीमाओं पर 5,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी होंगे तैनात
इसके साथ ही पुलिस उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लगी दिल्ली की सीमाओं पर बैरिकेड लगाने के साथ 5,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने का फैसला किया गया है। उधर, हरियाणा सरकार ने दिल्ली से लगे सात जिला अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में 11 फरवरी को सुबह 6 बजे से 13 फरवरी को रात 11 बजकर 59 मिनट तक किसान आंदोलन को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं निलंबित रखने की घोषणा की है। साथ ही जिला और पुलिस प्रशासन से अलर्ट रहने को कहा गया है।
#WATCH | Security being tightened near Singhu Border, ahead of the farmers' call for March to Delhi on 13th February. pic.twitter.com/pcU9yobJhQ
— ANI (@ANI) February 11, 2024
शम्भू बॉर्डर स्थाई रुप से बंद
उधर, हरियाणा-पंजाब के शम्भू बॉर्डर को स्थाई रूप से बंद कर दिया गया है। पंचकूला में अधिकारियों ने धारा 144 लागू कर दी है, जिसके तहत पैदल और वाहनों से जुलूस, प्रदर्शन और मार्च आयोजित करने के साथ-साथ लाठी या रॉड जैसे किसी भी हथियार या उपकरण ले जाने पर रोक लगा दी गई है। पंचकूला के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सुमेर सिंह प्रताप के अनुसार, धारा 144 लगाने के निर्णय का उद्देश्य सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखना और क्षेत्र में संभावित अशांति या हिंसा को रोकना है।
Haryana | Section 144 has been imposed in Panchkula. A ban was imposed on taking out processions, demonstrations, march pasts on foot or with tractor trolleys and other vehicles, and carrying any sticks, rods or weapons: Panchkula DCP Sumer Singh Pratap
— ANI (@ANI) February 11, 2024
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पंचकुला में धारा 144 लागू
पंचकुला के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सुमेर सिंह प्रताप ने मीडिया से बातचीत में कहा कि धारा 144 के तहत पैदल और ट्रैक्टर ट्रॉली या अन्य वाहनों से जुलूस, प्रदर्शन और मार्च पास्ट पर प्रतिबंध है। साथ ही लाठी, डंडा या हथियार ले जाना भी वर्जित है। हरियाणा पुलिस ने दिल्ली से चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी है, और प्रदर्शनकारियों को दिल्ली की ओर बढ़ने से रोकने के लिए शंभू सीमा पर कंक्रीट बैरिकेड्स और अन्य बाधाएं तैनात की गई हैं।
#WATCH | Delhi: Police barricading at Ghazipur border, ahead of the farmers' call for march to Delhi on 13th February. pic.twitter.com/CAfbgzPsyY
— ANI (@ANI) February 11, 2024
किसानों की क्या है मांग
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के लिए कानून बनाने समेत कई मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए 13 फरवरी को 26 से ज्यादा किसान संघों के 'दिल्ली चलो' प्रदर्शन की घोषणा की थी। हालांकि 2020 में हुए किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाला संयुक्त किसान मोर्चा 'दिल्ली चलो' प्रदर्शन के आह्वान का हिस्सा नहीं है। किसानों के ऐलान के बाद प्रशासन पहले ही सतर्कता बरत रहा है। हालांकि, किसानों के रुख को देखते हुए केंद्र सरकार उन्हें मनाने की मुहिम तेज कर दी है। हालांकि, किसानों और सरकार के बीच बातचीत के बाद अभी तक सहमति नहीं बन पाई।