Govind Dev Giri Ji Maharaj on PM Narendra Modi Fast: अयोध्या में रामलला का दरबार आज मंगलवार सुबह आम जनता के लिए खोल दिए गए। हजारों लोग सुबह ही रामलला की पहली झलक पाने के लिए पहुंच गए। पीएम मोदी ने सोमवार को श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में भगवान के बाल स्वरूप की प्रतिमा को प्राण प्रतिष्ठित किया था। साथ ही उनका कठिन 11 दिवसीय उपवास भी खत्म हुआ। उपवास श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि जी महाराज ने तुड़वाया था। मंगलवार को वे उन पलों को याद कर भावुक हो गए। उन्होंने कहा, 'मुझे ऐसा आभास हो रहा है कि जैसे मैं अपने बेटे की मदद कर रहा था, जो मेरे देश का हीरो है। और देश का राज अपना अनुष्ठान पूरा कर रहा है।'
पीएम मोदी बोले- चरणामृत से उपवास तोड़ूंगा
गोविंद देवगिरिजी महाराज ने कहा, 'हमने पानी में शहद और नींबू की 2 बूंदें मिलाकर पीएम मोदी को पिलाने के बारे में सोचा, लेकिन उन्होंने मुझसे अलग से कहा कि आप मुझे भगवान राम के 'चरण अमृत' की केवल कुछ बूंदें ही पिलाएं। इसलिए हमें ऐन मौके पर सबकुछ बदलना पड़ा। पीएम ने मेरे कान में मुझे ऐसा करने के लिए कहा। मेरे हृदय में ममत्व जाग उठा। मुझे लगा कि मैं एक बेटे की मदद कर रहा हूं जो मेरे देश का नायक है, उसका उपवास तोड़ने में मदद कर रहा हूं।'
कारसेवकों के बलिदान को किया याद
आचार्य गोविंददेव ने कहा, 'मैं उन सभी कारसेवकों को याद कर रहा हूं, जिन्होंने इस काम के लिए बलिदान दिया है। काम तो बहुत लोगों ने किया लेकिन उन सभी की सम्मिलित शक्ति ने मोदी जी को खड़ा कर दिया, इसलिए उनका जो भी वर्णन करूं, वो अपर्याप्त लगता है।'
उन्होंने कहा, 'इन 11 दिनों में उन्होंने भगवान श्री राम के मंत्र का खूब जाप किया है। मंत्र हमने भेजा था और मैंने खुद देखा कि वह लगातार इसका जाप कर रहे थे।'
गोविंद देव ने कहा कि अगर हमें कोई ऐसा राष्ट्रीय नायक मिल जाए जो अपने शब्दों, मन और कार्यों से खुद पर नियंत्रण रखता हो, तो यह हमारा सौभाग्य होगा।
पीएम मोदी बोले- 22 जनवरी को नए युग की शुरुआत
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि 22 जनवरी की तारीख एक नए 'काल चक्र' की शुरुआत का प्रतीक है और हजारों साल बाद भी इस तारीख को लोग याद रखेंगे। सोमवार को राम जन्मभूमि पर बने भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई। प्रधान मंत्री ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण ने लोगों को एक नई ऊर्जा से भर दिया है। सदियों के इंतजार के बाद भगवान राम आखिरकार अपने घर आ गए हैं। हमने सदियों तक जो धैर्य दिखाया और जो बलिदान दिया, उसके बाद आखिरकार हमारे भगवान राम आ गए। 22 जनवरी, 2024 सिर्फ एक तारीख नहीं है, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है।