Asna Cyclone:गुजरात पर भारी बारिश और बाढ़ के बाद एक नया खतरा मंडराने लगा है। जल्द ही गुजरात के तट से एक चक्रवात टकराने वाला है। प्री साइक्लोन इफेक्ट नजर आने लगा है। सौराष्ट्र में भारी बारिश शुरू हो गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि इस क्षेत्र में गहरा दबाव चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। यह चक्रवात शुक्रवार को तट पर टकरा सकता है।
मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक चक्रवात को ‘असना’ (Asna) नाम दिया गया है। चक्रवात के लिए इस नाम का सुझाव पाकिस्तान ने दिया है। यह तूफान अगस्त में अरब सागर में बनने वाला पहला चक्रवात होगा। 1976 के बाद पहली बार ऐसा साइक्लोन बन रहा है।
दुर्लभ मौसम घटना से वैज्ञानिक भी हैरान
गुजरात के आसमान में शुक्रवार को एक दुर्लभ घटना घटित होने वाली है। वैज्ञानिक भी इस घटना से हैरान हैं। यहां पर एक दिन पहले बना गहरा दबाव था, अब चक्रवात में बदल रहा है। पिछले 80 वर्षों में यह चौथी बार हो रहा है कि कोई तूफान तट पर बना है और अरब सागर में तबाही मचाने वाला है। गुजरात के लिए यह एक अनोखा मौसम हो सकता है। इससे पहले ऐसी स्थिति 1944, 1964, और 1976 में बनी थी।
जानें अरब सागर में कैसे बनेगा चक्रवात
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने बताया कि यह घटना पिछले 80 सालों में चौथी बार हो रही है। यह दुर्लभ है क्योंकि यह मौसम प्रणाली भूमि के ऊपर बनी है, जिसके कारण गुजरात में बारिश हो रही है। अब इस प्रणाली के कारण अरब सागर में चक्रवात बनने वाला है। इसका मतलब है कि यह सिस्टम समुद्र की गर्मी को सोखकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा।
मौसम विभाग करेगा अध्ययन
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय के मुताबिक एक्टिव दबाव जमीन के ऊपर से अरब सागर की गर्मी को लेकर भयानक रूप धारण करने वाला है। यह समुद्र के ऊपर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। अब इस घटना का अध्ययन किया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी आपदाओं की भविष्यवाणी की जा सके और समय पर चेतावनी जारी की जा सके।
गुजरात: लगातार भारी बारिश के बाद जामनगर शहर में जगह-जगह भीषण जलभराव हो गया है। बहुत जगह बाढ़ भी आई है। #GujaratFlood #GujaratRain #Jamnagar #GujaratRains#बारिश_पीड़ितों_को_मुआवजा_दोpic.twitter.com/VIaLxdf6Pd
— YogeshMeena (@Yogeshkherli) August 29, 2024
पश्चिम की ओर बढ़ रहा मौसम प्रणाली
मौसम विभाग ने पहले एक बुलेटिन के माध्यम से अलर्ट जारी किया था कि गुजरात के समुद्री तट पर जमीन के ऊपर न्यून दबाव बना है। यह वही मौसम प्रणाली है जिसके तहत अभी बारिश हो रही है। सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर स्थित यह दबाव अब धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। यह पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की दिशा में जा रहा है और 30 अगस्त को यह अरब सागर के उत्तर-पूर्वी भाग में पहुंच जाएगा।
गुजरात में भारी बारिश
इस चक्रवाती तूफान के कारण गुजरात के कच्छ, सौराष्ट्र और पाकिस्तान के तटीय इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। इसके बाद, अगले दो दिनों में यह धीरे-धीरे पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। इस बदलते मौसम का अध्ययन भारत और दुनिया के मौसम वैज्ञानिकों के लिए एक सुनहरा अवसर है। इससे भविष्य में ऐसी आपदाओं की सटीक भविष्यवाणी करने में मदद मिलेगी।