Haldwani Violence Update: हल्द्वानी हिंसा में शनिवार को पुलिस को बड़ी सफलता मिली। हल्द्वानी में 8 फरवरी को बनभूलपुरा इलाके में भड़की हिंसा के मास्टर माइंड अब्दुल मलिक को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। अब्दुल मलिक हिंसा की घटना सामने आने के बाद से ही फरार था। पुलिस बीते दो हफ्तो से उसकी तलाश में जुटी थी। अब्दुल मलिक पर झूठे शपथपत्र दाखिल कर कोर्ट और सरकारी अधिकारियों को चकमा देने के लिए आपराधिक साजिश रचने का आरोप है।
पुलिस ने जारी किया था लुक आउट नोटिस
पुलिस ने अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था। हालांकि, उसने ना ही पुलिस के सामने और ना ही कोर्ट के सामने सरेंडर किया। इसके बाद कोर्ट से उसकी संपत्ति जब्त करने का आदेश हुआ था। पुलिस ने उसके हल्द्वानी स्थित घर पर जब्ती भी की थी। हालांकि, इसके बाद भी अब्दुल मलिक फरार ही रहा था। जिसके बाद हल्द्वानी पुलिस ने अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोइद के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया था।
8 फरवरी को भड़की थी हिंसा
बता दें कि हल्द्वानी में बीते 8 फरवरी को उस समय हिंसा भड़क उठी थी, जब नगर निगम और पुलिस के अधिकारियों की एक टीम सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हटवाने गए थे। इस जमीन पर मदरसा बना लिया गया था। कब्जा हटाने गई टीम पर छतों से पथराव किया गया था। पेट्रोल बम से हमला हुआ था। इसके बाद एक समुदाय विशेष के लोगों ने बनभूलपुरा पुलिस स्टेशन को घेर लिया और बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगी थी। इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी और दर्जन भर पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
कौन है बनभूलपुरा हिंसा का मास्टरमाइंड
अब्दुल मलिक ने ही बनभूलपुरा में सरकारी जमीन पर मदरसा बनवाया था। मदरसा को हटाने का पुरजोर विरोध करने वालों में शामिल था। बताया जाता है कि इसने ठेकेदारी कर अकूत संपत्ति बनाई है। पुलिस को इसके घर में कई देशों की करेंसी और विदेशी सामान मिले थे। मलिक की गिरफ्तारी के साथ ही हल्द्वानी हिंसा में अब तक गिरफ्तार किए जा चुके लोगों की संख्या 78 हो गई है। सरकार अब इन सभी आरोपियों से हिंसा के दाैरान हुए 2.44 करोड़ रुपए के नुकसान की वसूली करेगी।