Hemant Biswa Sarma on Congress Manifesto: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस पार्टी पर उसके मैनिफेस्टो को लेकर हमला बोला। असम के सीमए ने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र भारत के बजाय पड़ोसी देश पाकिस्तान में चुनाव कराने के लिहाज से ज्यादा उपयुक्त है। सरमा ने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र समाज को बांटने वाला है। यह तुष्टिकरण की राजनीति है और हम इसकी निंदा करते हैं। मैनिफेस्टो से ऐसा लगता है कि यह भारत के लिए नहीं बल्कि पाकिस्तान के लिए है।
'देश में कोई भी ट्रिपल तलाक वापस नहीं चाहता'
सरमा ने असम के जोरहाट में शनिवार को एक रैली को संबोधित करते के बाद यह बात कही। बीजेपी नेता ने कहा कि देश में कोई भी, चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम ट्रिपल तलाक को दोबारा लाना नहीं चाहता। कोई भी बहु विवाह या बाल विवाह का समर्थन नहीं करना चाहता। कांग्रेस की मानसिकता समाज को बांटकर सत्ता में आने की है।
कांग्रेस ने दिया सरमा को जवाब
असम के मुख्यमंत्री के बयान पर असम कांग्रेस के प्रवक्ता बेदब्रता बोरा ने कहा कि सरमा जैसा दलबदलू नेता कभी भी कांग्रेस के सेकुलर और समावेशी विचार को नहीं समझ पाएगा। बोरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का घोषणा पत्र समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा करने वाला है। सरमा कई सालों तक कांग्रेस में रहे हैं। हालांकि वह पार्टी मूल्यों को नहीं समझ सके। इसी वजह से वह बीजेपी में गए। अब बीजेपी में कुछ समय रहने के बाद और अपनी वफादारी साबित करने के कांग्रेस को बदनाम कर रहे हैं।
कांग्रेस के घोषणा पत्र में क्या है?
बता दें कि कांग्रेस ने शुक्रवार को अपना मैनिफेस्टो जारी किया। कांग्रेस ने इस न्याय पत्र नाम दिया है। इसमें अप्रेंटिसशिप, एमएसपी के लिए लीगल गारंटी, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग को 50 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए संविधान में संशोधन करने, देश भर में जातिगत जनगणना कराने और सरकार बनने पर अग्निपथ योजना को बंद करने का आश्वसन दिया है।