Himachal Pradesh Six MLAs Disqualified: हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार से खतरा टल गया है। सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश के सीएम बने रहेंगे। सरकार पर पैदा हुए कथित संकट और क्रॉस वोटिंग के बाद पैदा हुई स्थिति को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सीएम सुक्खू और कर्नाटक के डिप्टी सीएम ने बताया कि सरकार पर कोई संकट नहीं है।
राज्य में ऑपरेशन लोटस विफल
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पार्टी और विधायकों के बीच पैदा हुए मतभेद सुलझा लिए गए हैं। डीके शिवकुमार ने कहा कि सुक्खू सीएम बने रहेंगे। राज्य में ऑपरेशन लोटस फेल हो चुका है। कांग्रेस के लिए अब प्राथमिकता लोकसभा चुनाव है। विधायकों को अयोग्य करार देने के कारण फिलहाल हिमाचल प्रदेश की सरकार से खतरा टल गया है। 68 विधायकों वाले हिमाचल प्रदेश में अब कांग्रेस के पास 34 विधायक बचे हैं। वहीं बीजेपी के पास 25 विधायक हैं और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। बहुमत का आंकड़ा 35 का है। 6 विधायक बागी हुए तो कांग्रेस का नंबर 34 पर आ गया था। यह बहुमत से एक नंबर कम था। अब सब कुछ ठीक है।
बागी विधायक कोर्ट पहुंचे
राज्यसभा चुनाव में भाजपा के लिए क्रॉस वोटिंग करने वाले छह कांग्रेस विधायकों को हिमाचल विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया। बागी विधायकों पर दल-बदल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई हुई है। विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानियां ने कहा कि विधायकों ने चुनाव कांग्रेस के सिंबल पर लड़ा, लेकिन वोट भाजपा के पक्ष में दिए। यह पार्टी के व्हिप का उल्लंघन है। इसके बाद बागी विधायकों ने हाईकोर्ट में इस फैसले काे चुनौती दी है।
स्पीकर ने कहा कि मैंने दोनों पक्षों को सुना। तीस पन्नों का ऑर्डर दिया है। मैं घोषणा करता हूं कि छह लोग तत्काल प्रभाव से हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य नहीं रहेंगे। जिन विधायकों पर कार्रवाई की गई है उनमें सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, राजेंद्र राणा सिंह, चैतन्य शर्मा, देवेंद्र भुट्टो, इंदर दत्त लखनपाल शामिल हैं।
#WATCH | Himachal Pradesh Assembly Speaker Kuldeep Singh Pathania says, "Six MLAs, who contested on Congress symbol, attracted provisions of anti-defection law against themselves...I declare that the six people cease to be members of the Himachal Pradesh Assembly with immediate… pic.twitter.com/QQt92aM10v
— ANI (@ANI) February 29, 2024
हिमाचल की सियासत के अहम घटनाक्रम
- राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस छह विधायकों द्वारा क्रॉस-वोटिंग के बाद अभिषेक मनु सिंघवी और भाजपा नेता हर्ष महाजन को 34-34 वोट मिले। हालांकि ड्रॉ में सिंघवी हार गए।
- हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने बुधवार को छह विधायकों को विधानसभा से अयोग्य ठहराने की कांग्रेस की मांग पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया।
- मुख्यमंत्री सुक्खू ने इस्तीफा देने की अटकलों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि न तो आलाकमान, न ही किसी और ने मुझसे इस्तीफा मांगा है और कहा कि कांग्रेस सरकार राज्य में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।
- स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने बुधवार को विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर सहित 15 भाजपा विधायकों को सदन से निष्कासित कर दिया। उन पर हंगामा करने का आरोप लगा था।
- पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार सुबह कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दिया। शाम को वे पलट गए। कहा कि जब तक पार्टी नेताओं के साथ बातचीत पूरी नहीं हो जाती, वह अपने इस्तीफे पर जोर नहीं देंगे। उन्होंने पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों से मुलाकात के बाद दावा किया कि सरकार कभी संकट में नहीं थी।
- विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार सुबह राजभवन गया और राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से यह सुनिश्चित करने को कहा कि वित्त विधेयक केवल मतदान के माध्यम से पारित किया जाए।
- वरिष्ठ नेता भूपिंदर एस.हुड्डा समेत कांग्रेस के तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने बुधवार रात वरिष्ठ नेताओं और विधायकों से चर्चा की। बैठकों के बाद पत्रकारों से बात करते हुए हुडा ने अधिक जानकारी दिए बिना कहा कि हमने सभी नेताओं से बात की है।
- दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व ने तीन पर्यवेक्षकों-भूपेश बघेल, भूपिंदर सिंह हुड्डा और डीके शिवकुमार को शिमला भेजा है। पार्टी ने संकेत दिया था कि वह कुछ कड़े कदम उठा सकती है।
- कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ वोट करने के बाद कांग्रेस और तीन निर्दलीय विधायकों ने मंगलवार की रात भाजपा शासित हरियाणा के पंचकुला के एक गेस्टहाउस में बिताई। वे बुधवार को विधानसभा सत्र में शामिल हुए और बाद में उनके फिर से पंचकुला के लिए रवाना होने की सूचना मिली।