HMPV cases in India:उत्तर प्रदेश में गुरुवार(9 जनवरी) को HMPV (Human Metapneumovirus) का पहला मामला सामने आया है। इसके साथ ही देश में एचएमपीवी संक्रमितों की संख्या 10 हो गई है। इनमें से 8 बच्चे और दो बुजुर्ग हैं। गुरुवार को लखनऊ की 60 वर्षीय महिला में इस वायरस की पुष्टि हुई है। बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. सुशील चौधरी ने इसकी जानकारी दी। यह महिला बुधवार को केजीएमयू (KGMU) में भर्ती की गई थी। उन्हें बुखार और सांस लेने में परेशानी हो रही थी। प्रारंभिक इलाज के बाद उन्हें बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया। जांच में HMPV संक्रमण की पुष्टि हुई।
देश में अब तक 10 मामले सामने आए
HMPV के देशभर में अब तक कुल 10 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें महाराष्ट्र से सबसे ज्यादा मामले रिपोर्ट हुए हैं। मुंबई और नागपुर में पहले ही कई संक्रमित मरीज मिले हैं। मुंबई में एक 6 महीने की बच्ची में यह संक्रमण पाया गया था। बच्ची को खांसी और ऑक्सीजन लेवल में गिरावट के कारण भर्ती किया गया था। वहीं, नागपुर में 13 साल की लड़की और 7 साल के लड़के को घर पर ही इलाज दिया गया।
जानें कहां कितने मामले आए सामने:
राज्य | शहर | मामलों की संख्या | उम्र (साल में) | मरीज की स्थिति |
उत्तर प्रदेश | लखनऊ | 1 | 60 (महिला) | अस्पताल में भर्ती |
महाराष्ट्र | मुंबई | 1 | 6 माह (बच्ची) | इलाज जारी |
महाराष्ट्र | नागपुर | 2 | 7 (बच्चा), 13 (बच्ची) | घर पर इलाज |
कर्नाटक | बेंगलुरु | 1 | 2 (बच्चा) | अस्पताल में भर्ती |
तमिलनाडु | चेन्नई | 1 | 3 (बच्ची) | इलाज जारी |
पश्चिम बंगाल | कोलकाता | 1 | 5 (बच्चा) | इलाज जारी |
गुजरात | अहमदाबाद | 1 | 8 (बच्ची) | अस्पताल में भर्ती |
पंजाब | अमृतसर | 1 | 65 (बुजुर्ग महिला) | अस्पताल में भर्ती |
गुजरात | सूरत | 1 | 4 (लड़का) | इलाज जारी |
केंद्र ने राज्यों को किया अलर्ट
केंद्र सरकार ने HMPV वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी राज्यों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने राज्यों को 'इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस' और 'सीवियर एक्यूट रेस्परेटरी इश्यूज' (Severe Acute Respiratory Issues) जैसे लक्षणों पर नजर रखने को कहा है। राज्यों को अस्पतालों में इंफ्लूएंजा दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखने और आइसोलेशन वार्ड तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
सीएम योगी ने बैठक कर दिए निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने HMPV को लेकर स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि चाहे HMPV हो या मौसमी बीमारियां, इससे बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है। मुख्यमंत्री ने अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए पूरी तैयारी रखने पर जोर दिया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग को मास्क पहनने और बचाव के अन्य उपायों को बढ़ावा देने की सलाह दी।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले सामने आए
HMPV के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं। मुंबई में एक बच्ची और नागपुर में दो बच्चों का इलाज हुआ। इसके अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, और गुजरात में भी कुछ केस रिपोर्ट हुए हैं। पंजाब सरकार ने बच्चों और बुजुर्गों के लिए मास्क पहनने की सलाह दी है। गुजरात में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं।
HMPV के लक्षण और खतरे
HMPV वायरस के लक्षण कोविड-19 जैसे हैं। मरीजों में खांसी, बुखार और सांस लेने में दिक्कत होती है। यह वायरस छोटे बच्चों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों पर ज्यादा असर डालता है। WHO ने HMPV पर नजर रखने का आश्वासन दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि HMPV का प्रसार रोकने के लिए सावधानी और जागरूकता बेहद जरूरी है।