Army Thwarts Infiltration Attempt: भारतीय सेना ने शुक्रवार, 5 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में बड़ी साजिश को नाकाम किया है। बारामूला जिले में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए एक आतंकवादी को मार गिराया। यह घटनाक्रम उरी सेक्टर का है। सेना का ऑपरेशन अभी भी जारी है।
सेना के प्रवक्ता की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि शुक्रवार सुबह सैनिकों को एलओसी पर घुसपैठ की हलचल दिखी। आतंकवादी उरी सेक्टर के सबुरा नाला के जरिए घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। जवानों ने आतंकियों को ललकारा। इस दौरान फायरिंग में एक आतंकी मारा गया। बाकी सब पीछे हट गए। इलाके में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।
#WATCH | URI, J&K: Infiltration bid foiled by Indian Army and J&K Police in Sabura nala URI sector. The contact was established between troops and terrorists early morning today and operations are still on. Firing is still going on. More details awaited: Army Sources
— ANI (@ANI) April 5, 2024
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बर्फ पिघलने के साथ बढ़ती है घुसपैठ
29 मार्च को बीएसएफ के महानिरीक्षक (कश्मीर फ्रंटियर) अशोक यादव ने कहा था कि बर्फ पिघलने के साथ ही जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार से घुसपैठ की कोशिशें बढ़ने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा था कि आगामी आम चुनाव जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों से पहले घुसपैठ की कोशिशें बढ़ जाती हैं। इसलिए, बीएसएफ और सेना सतर्क हैं और ऐसे प्रयासों को विफल करने के लिए तैयार हैं।
उरी में मारे गए थे 2 आतंकी
उरी सेक्टर में घुसपैठ की आखिरी कोशिश नवंबर 2023 में हुई थी, जिसे सेना ने नाकाम कर दिया था। उस समय दो कथित आतंकवादी मारे गए थे और दो एके राइफल, दो पिस्तौल, चार हथगोले और अन्य सामान बरामद हुए थे। इस साल जनवरी में जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक आर आर स्वैन ने कहा था कि घाटी और पीर पंजाल क्षेत्र दोनों में सीमा पार से घुसपैठ एक चुनौती बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि लगभग 90 प्रतिशत समस्या बाहर से पाकिस्तान से है। उन्होंने कहा कि कुछ आतंकवादी बाहर से आ रहे हैं और फिर यहां कुछ लोगों के साथ मिलकर माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं। हम देखते हैं कि केवल कुछ लोग ही उनके साथ हैं, सभी नहीं।