IIT Bombay Techfest: इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने गुरुवार को कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता के बाद अब इसरो नए प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत 2047 तक स्पेस सेक्टर में क्या-क्या करेगा इसका रोड मैप तैयार कर लिया गया है। इसमें स्पेस स्टेशन बनाने, चंद्रमा पर इंसानों को भेजने जैसी परियोजना शामिल हैं। इसके साथ ही अंतरिक्ष में चांद आधारित आर्थिक गतिविधियों शुरू करने की योजना है। उन्होंने यह बात आईआईटी बॉम्बे टेकफेस्ट के दौरान कही।
सैटेलाइट्स की लेयर तैयार की जाएगी
इसरो प्रमुख ने कहा कि भारत ने अगले 5 साल में 50 सैटेलाइट लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है। इनकी मदद से खुफिया जानकारियां जुटाई जाएंगी। यह सैटेलाइट्स सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखने में सक्षम होंगे। इन सैटेलाइट्स के जरिए हजारों किलोमीटर के दायरे की तस्वीरें ली जा सकेंगी। इसके साथ ही अंतरिक्ष की अलग-अलग ऑर्बिट में सैटेलाइट्स की लेयर तैयार करने के प्रोजेक्ट पर भी काम किया जाएगा।
#WATCH | Mumbai: Addressing the TechFest at IIT Bombay, ISRO Chairman S Somnath says, "...After the success of Chandrayan-3, there is a huge demand about what is next for ISRO in the coming 25 years. We have a roadmap for what we have planned till 2047... We can build a space… pic.twitter.com/vw520gPFyL
— ANI (@ANI) December 28, 2023
आदित्य-एल 1 अगले महीने पहुंचेगा लैग्रेंजियन बिंदु
एस सोमनाथ ने कहा कि भारत का सोलर मिशन आदित्य-एल1 भी आगे बढ़ रहा है। 6 जनवरी को आदित्य-एल1 लैग्रेंजियन प्वाइंट पर पहुंच जाएगा। यह प्वाइंट इसलिए अहम है कि यहां पर धरती और सूर्य का गुरुत्वाकर्षण बल एक दूसरे को अपनी ओर खींचता है। दरअसल, आदित्य-एल 1 में सात पेलोड लगे हैं। इनमें से चार पेलोड ऐसे हैं जो सूर्य की ओर बढ़ते समय पड़ने वाले असर को रिकॉर्ड करेंगे। वहीं तीन पेलोड मैग्नेटिक फील्ड और अंतरिक्ष में मौजूद कणों का अध्ययन करेंगे।